दिल्ली में 40 दिनों के बाद Covid-19 के सबसे ज्यादा केस दर्ज, DDMA ने बुलाई बैठक
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मामलों में तेजी को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) शहर में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के उपायों पर विचार करने के लिए 20 अप्रैल को एक बैठक करेगा। दिल्ली में 40 दिनों बाद सबसे ज्यादा केस मिले हैं।
दिल्ली में बुधवार को कोविड के 299 नए मामले सामने आए और दो दिनों में इसमें 118 प्रतिशत की वृद्धि हुयी है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण दर 2.49 प्रतिशत हो गयी। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को कोविड-19 के 137 मामले सामने आए थे।
दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक अगले सप्ताह बुधवार को उपराज्यपाल की अध्यक्षता में होगी। बैठक में मौजूदा कोविड स्थिति पर चर्चा होगी, जिनमें मामलों की संख्या में हालिया वृद्धि भी शामिल है।"
इससे पहले दिन में, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार कोविड की स्थिति पर नजर रख रही है और अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की संख्या कम होने के कारण घबराने की जरूरत नहीं है। वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार जल्द ही कोविड-19 के मामलों में मामूली वृद्धि को देखते हुए स्कूलों के लिए दिशानिर्देश जारी करेगी।
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कुछ स्कूली बच्चों के कोविड से संक्रमित होने की की खबरें आई हैं। दिल्ली में संक्रमण दर एक हफ्ते में 0.5 प्रतिशत से बढ़कर 2.70 प्रतिशत हो गयी है।
डॉक्टरों का कहना है कि इससे "घबराने की जरूरत नहीं है" क्योंकि दैनिक नए मामलों की संख्या अब भी कम है। हालांकि, उन्होंने सुरक्षा उपायों में कमी किए जाने को लेकर आगाह किया।
डीडीएमए ने इस महीने की शुरुआत में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना के फैसले को वापस ले लिया था। फरवरी में, डीडीएमए ने स्थिति में सुधार के मद्देनजर सभी प्रतिबंध हटा दिए थे।
महामारी की तीसरी लहर के दौरान इस साल 13 जनवरी को दिल्ली में दैनिक मामलों की संख्या 28,867 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी थी। दिल्ली में 14 जनवरी को 30.6 प्रतिशत की संक्रमण दर दर्ज की गई थी, जो महामारी की तीसरी लहर के दौरान सबसे अधिक थी।