फैशन डिजाइनर की माँग धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है क्योंकि फैशन डिजाइनिंग वर्तमान समय में सबसे ज्यादा ग्लैमर प्रोफेशन है इसलिए फैशन डिजाइनिंग में अच्छा करियर के अवसर हैं। एक प्रशिक्षित फैशन डिजाइनर इस इंडस्ट्री के विभिन्न क्षेत्रों में जैसे डिजाइन वियर प्रोडक्शन, फैशन मार्केटिंग, क्वालिटी कंट्रोल आदि में कार्य कर सकता है।
इसके अतिरिक्त कॉस्टयूम डिजाइनर, पर्सनल स्टाइलिस्ट, फैशन को-ऑर्डिनेटर, फैब्रिक के क्षेत्रों में भी कार्य किया जा सकता है अथवा अपना खुद का बिजनेस भी शुरू किया जा सकता है जैसे फैशन शो ऑर्गेनाइजर गारमेंट स्टोर चैन, बुटीक, ज्वैलरी फर्म आदि।
फैशन डिजाइनिंग हेतु योग्यताएँ
फैशन डिजाइनिंग कोर्स की पहली योग्यता रचनात्मकता और कला होते हैं। डिजाइनिंग करने वालों को रंगों और डिजाइन के साथ हमेशा कुछ न कुछ नया प्रयोग करने से नहीं घबराना चाहिए। इस कोर्स के लिए आपके अंदर रचनात्मकता के साथ अच्छी कम्यूनिकेशन स्किल्स का होना भी जरूरी है। फैशन जगत में फैब्रिक और एक्सेसरीज की जानकारी भी बहुत जरूरी है। फैशन जगत से भी रू-ब-रू रहना पड़ता है जिसके अनुसार वे अपने डिजाइंस मार्केट में लाते हैं।
कहाँ से करें कोर्स
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
पर्ल एकेडमी ऑफ फैशन, नई दिल्ली
स्कूल ऑफ फैशन टैक्नोलॉजी, पुणे
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन डिजाइनिंग, चंडीगढ़
फैशन जगत में फैशन के तौर पर आठ हजार रुपए प्रति माह आसानी से कमाए जा सकते हैं और दो-तीन वर्षों के पश्चात ही यह राशि 50,000 से 60,000 रुपए प्रति माह हो सकती है। यह कोर्स खत्म होते ही नौकरी लगना तय होता है। भारत भी अब इस इंडस्ट्री में किसी से पीछे नहीं है। विश्व फैशन जगत में ख्याति प्राप्त फैशन डिजाइनर रितु बेरी, रोहित बल, सुनित वर्मा, जे जे वालिया आदि नाम भारत के ही हैं।