खेलों में करियर बनाने की चाहत रखने वाले युवा हमेशा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बनने का ख्वाब देखते हैं। लेकिन करोड़ों की जनसंख्या वाले देश में सैकड़ों को ही खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलता है।
इस गलाकाट प्रतिस्पर्धा से घबराकर कई अच्छे खिलाड़ी खेलों की ओर से ध्यान हटाकर किसी और क्षेत्र में करियर बनाने पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं और खेल उनकी दूसरी प्राथमिकता बन जाता है।
यदि आप अंतरराष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी न बन पाएँ, तब भी खेल जगत में आपके लिए संभावनाओं की कोई कमी नहीं है। इसलिए यदि खेल के प्रति समर्पण भाव है, देश के लिए खेलने की इच्छा है तो खेलों से पलायन करने की बजाय अपना नजरिया थोड़ा सा बदल लें।
आप खेलों के प्रति समर्पित रहें, यदि अंतराराष्ट्रीय खिलाड़ी न भी बन पाएँ तब भी आपको खेल के क्षेत्र में ही करियर बनाने के अनेक विकल्प मिलेंगे।
खेल प्रशिक्षक: जिस प्रकार बिना गुरु के ज्ञान नहीं मिलता उसी प्रकार खेल में भी बिना प्रशिक्षक के अच्छा खिलाड़ी नहीं बना जा सकता। जिस तरह खेलों में नाम रोशन करने के लिए अच्छे खिलाडि़यों का होना अनिवार्य है, उसी तरह प्रतिभावान खिलाडि़यों को तराश कर उन्हें निखारने के लिए अच्छे प्रशिक्षकों की भी आवश्यकता होती है। इसीलिए बतौर खेल प्रशिक्षक आज रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध हैं।
स्कूल स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हर खेल में अच्छे प्रशिक्षकों की माँग होती है। एक अच्छा प्रशिक्षक बनने के लिए आपको स्वयं खेलों की बेहतर जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ ही आप में यह गुण भी मौजूद होना चाहिए कि आप खेल के माध्यम से बच्चों में उत्साह, प्रतिस्पर्धा और नेतृत्व का भाव जगा सकें।
खेल पत्रकारिता: यदि खेलों के साथ-साथ आपको लिखने का भी शौक है तो आप खेल पत्रकारिता को बतौर करियर अपना सकते हैं। इस तरह खेल की दुनिया से आपका सजीव संबंध भी बना रहेगा और आप खेल प्रतियोगिताओं में बतौर पत्रकार शामिल भी हो सकेंगे। खेल पत्रकारिता में एक अच्छे मुकाम पर पहुँचने के बाद आप खेल के विकास में भी अपनी कलम के माध्यम से अपना योगदान दे सकते हैं। खेल पत्रकारिता, पत्रकारिता का एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षेत्र है जहाँ नाम, पैसा और शोहरत सबकुछ है।
और भी हैं, राहें
खेल जगत में करियर निर्माण की राहें और भी हैं लेकिन इनके लिए आपको कुछ विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करने होंगे।
अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में फिजियोथैरिपिस्ट अहम भूमिका निभाते हैं। फिजियोथैरिपिस्ट बनने के लिए स्पोर्ट्स फिजियोथैरिपिस्ट का विशेष प्रशिक्षण लेकर टीम के फिजियोथैरिपिस्ट का दायित्व निभा सकते हैं। इसी तरह आहार प्रबंधन का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आप स्पोर्ट्स न्यूट्रिशनिस्ट बन सकते हैं।