शर्माजी की बेटी : फिल्म की यह 5 बातें इसे बनाती हैं परिवार के साथ देखने के लिए मस्ट वॉच
Film Sharmajee Ki Beti: क्या आपने कभी सोचा है कि जब प्रतिभाशाली महिलाएं अपनी कहानियाँ खुद बताना शुरू करती हैं तो क्या होता है? तो जानने के लिए तैयार हो जाइए, प्राइम वीडियो के 'शर्माजी की बेटी' के साथ हंसने, रोने और खुश होने के लिए। यह कॉमेडी शो तीन महिलाओं और दो किशोर लड़कियों की रोजमर्रा की जिंदगी को दर्शाती है, जिन सभी का लास्ट नेम 'शर्मा' है।
ताहिरा कश्यप खुराना द्वारा लिखी और डायरेक्ट की गई फिल्म में साक्षी तंवर, दिव्या दत्ता और सैयामी खेर जैसी टैलेंटेड एक्ट्रेसेज मौजूद हैं। हाल ही में रिलीज हुआ 'शर्माजी की बेटी' का ट्रेलर ढेर सारे इमोशंस और हंसी का वादा करती है। यह तीन कमाल की महिलाओं के जीवन को दर्शाने वाली कहानी है।
इसमें ज्योति का किरदार है, जो अपने करियर और परिवार को संभालती हैं, किरण, जो खुद को मुंबई की बिजी लाइफ में फिर से ढूंढ पाती है और तन्वी, एक युवा क्रिकेटर है, जो शादी से कहीं ज्यादा अपनी लाइफ से चाहती है। इस दिल को छू लेने वाली और जुड़ाव महसूस कराने वाली फिल्म 28 जून को प्राइम वीडियो पर रिलीज हो रही है।
यहां पढ़ें 5 वजहें जो 'शर्माजी की बेटी' को बनाती हैं मस्ट वॉच फिल्म
1. दिल को छू लेने वाली और रिलेटेवल कहानी
'शर्माजी की बेटी' अलग-अलग पीढ़ियों की पांच महिलाओं के जीवन के उतार-चढ़ाव को खूबसूरती से दिखाती है। यह एक ऐसी कहानी है जिससे हर कोई जुड़ सकता है, जिसमें परिवार, महिला सशक्तिकरण और व्यक्तिगत विकास के विषय हैं।
2. जबरदस्त वूमेन लीड कास्ट
'शर्माजी की बेटी' में साक्षी तंवर, दिव्या दत्ता और सैयामी खेर के साथ-साथ युवा कलाकार अरिस्ता मेहता और वंशिका तपारिया भी हैं। उनके शानदार अभिनय ने कहानी में गहराई ला दी है, जिससे यह फिल्म हर किसी के लिए देखने लायक बन गई है।
3. प्रेरणादायी बातें
यह फिल्म महिला सशक्तिकरण, खुद की खोज और लचीलेपन जैसे अहम मुद्दों पर बात करती है। यह मॉडर्न शहरी महिलाओं के संघर्ष और सफलताओं को गहराई से दिखाती है, जो दर्शकों पर एक अमिट छाप छोड़ती है।
4. ताहिरा कश्यप खुराना का डायरेक्टोरियल डेब्यू
'शर्माजी की बेटी' ताहिरा कश्यप द्वारा डायरेक्ट की गई पहली फिल्म है। उन्होंने इसकी कहानी भी लिखी है। ताहिरा फिल्म में एक नया और विचारशील नजरिया लेकर आई हैं। हंसी और दिल को छू लेने वाले पलों का उनका मिश्रण एक ऐसी कहानी बनाता है, जिसे हर उम्र के लोग एंजॉय करेंगे।
5. मिडल क्लास मूल्यों का उत्सव
यह मजेदार फिल्म भारत के मिडल क्लास परिवारों की भावना और मूल्यों को दर्शाती है। यह उनके सपनों, लक्ष्यों और उनके जीवन के अहम पलों का जश्न मनाती है। इसे परिवार के साथ एक साथ देखने से एक सार्थक बातचीत की शुरुआत हो सकती है, साथ ही सभी एक दूसरे के साथ अपने विचार भी साझा कर सकते हैं।