सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस : पुलिस पूछताछ में 'दिल बेचारा' एक्ट्रेस ने खोले कई राज
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन से हर कोई सदमे में है। सुशांत के चाहने वालों को यह यकीन नहीं हो पा रहा कि अब वह हमारे बीच नहीं रहे। वहीं मुंबई पुलिस लगातार अपनी जांच में लगी हुई है। पुलिस ने अब तक करीब 28 लोगों के बयान दर्ज किए हैं जिनके जरिए उनकी आत्महत्या की गुत्थी को सुलझाने की कोशिश कर रही है।
हाल ही में सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म 'दिल बेचारा' की हीरोइन संजना संघी को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था। संजना से बीते दिन नौ घंटे पूछताछ भी हुई है। जिसमें उन्होंने कई खुलासे भी किए हैं।
बता दें कि साल 2018 में जिस समय मीटू मूवमेंट अपने चरम पर था, उस दौरान सुशांत सिंह पर संजना संघी को गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया गया था। जिसके कारण सुशांत को कई मीडिया ट्रायल्स का सामना करना पड़ा था। हालांकि बाद में संजना ने एक बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया है। बल्कि ये सब किसी के द्वारा फैलाई गई अफवाहें हैं। अब संजना सांघी ने पुलिस को इन आरोपों से जुड़ी जानकारी दी है।
खबरों के अनुसार संजना ने बताया कि जिस समय मीटू के आरोप सुशांत पर लगे उस दौरान वो भारत में नहीं थीं। वो अपने परिवार के साथ यूएस टूर पर थीं और उन्हें इस सब के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। संजना ने ये भी कहा कि भारत वापस आते ही उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया था।
संजना ने पुलिस को बताया कि जब तक वो वापस आईं तब तक सुशांत काफी कुछ झेल चुके थे। हालांकि वो सुशांत के साथ काफी नॉर्मल थीं क्योंकि उन्हें पता था कि इनमें कोई सच्चाई नहीं है। लेकिन सुशांत इस सब से काफी प्रभावित हुए थे खुद में सिमट से गए थे। संजना ने बताया कि वो ज्यादा कुछ बोलते नहीं थे।
बता दें कि संजना सांघी जल्द ही बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही हैं। फिल्म 'दिल बेचारा' जहां संजना संघी की डेब्यू फिल्म है तो वहीं सुशांत की आखिरी फिल्म भी है। पुलिस पूछताछ के बाद संजना ने अब मुंबई को अलविदा कह दिया है।
संजना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की है। संजना ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, 'खुदा हाफिज, मुंबई। 4 महीने बाद आपके दर्शन हुए। मैं चली, दिल्ली वापिस। आपकी सड़के कुछ अलग सी लगीं, सुनसान थी, शायद मेरे दिल में जो दुख है, मेरे नजरिए को बदल रहा है, या शायद, फिलहाल आप में भी थोड़ा दुख है। मिलते हैं? जल्दी। या शायद, नहीं।'