शो उड़ने की आशा देगा रजनीकांत, यश, और नवाजुद्दीन सिद्दीकी को ट्रिब्यूट, दर्शकों के दिलों को छुएगी ये इंस्पिरेशनल कहानी
शो 'उड़ने की आशा' उन सभी हीरोज को समर्पित है जिन्होंने मुश्किलों का सामना किया
show udne ki aasha : हर फिल्म स्टार अमिर घराने और हाथ में चांदी का चमक लेकर जन्म नहीं लेता है, बल्कि उन्हें भी कई मुश्किलों और अड़चनों का सामना करना पड़ता है और फिर वो स्टारडम को हासिल कर पाते हैं, जिसे पाने का सपना हर कोई देखता है। उनकी लाइफ लग्जरी और ग्लोरी से भरी होती है, जिसे हम इंसान पाना चाहते हैं।
साउथ के मशहूर हीरो सुपरस्टार रजनीकांत ने कठिनाइयों को हराकर बड़ी कामयाबी हासिल की है, और इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत, प्रतिभा, और धैर्य है। उनके जीवन की शुरुआत में, रजनीकांत को पैसे की कमी का सामना करना पड़ा था। उनके परिवार के पास ज्यादा संसाधन नहीं थे। रजनीकांत के पापा, रामोजी राव गायकवाड़, पुलिस में कांस्टेबल का काम करते थे।
शिवाजी राव गायकवाड़ के नाम से जन्मे रजनीकांत ने अपनी शुरुआती जिंदगी एक बस कंडक्टर के रूप में शुरू की, और बाद में वे एक बहुत बड़े फिल्म स्टार बन गए।
भारत के सबसे पॉपुलर लोगों में एक साउथ के फिल्म स्टार यश हैं। केजीएफ चैप्टर 1 और चैप्टर 2 की बड़ी कामयाबी के बाद, यश देश के सबसे पसंदीदा अभिनेताओं में से एक बन गए हैं। पूरे देश में उनके प्रति लोगों का प्यार और उत्साह देखने लायक है। यश को लोग प्यार से रॉकिंग स्टार यश या रॉकी भाई के नाम से बुलाते हैं। जिन्हें पता है और जिन्हें नहीं भी पता, उनके लिए जानना ज़रूरी है कि यश के लिए स्टार बनने की राह आसान नहीं थी। यश के पापा बस चलाते हैं और उनके बेटे के सफल होने के बाद भी, वे एक साधारण जिंदगी जीना पसंद करते हैं।
एक समय पर वॉचमैन से लेकर धनिया बेचने तक का काम करने वाले नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी आज मनोरंजन जगत के सबसे टैलेंटेड अभिनेताओं में से एक बन चुके हैं। उन्होंने अपने मुश्किल समय में भी अपने सपनों को नहीं छोड़ा और उन्हें पूरा करने के लिए लगातार मेहनत की।
रजनीकांत, यश, और नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे सुपरस्टार्स, जिन्होंने कठिनाइयों का सामना किया और सफलता हासिल की, वे उन सभी के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं जो समाज के कमजोर वर्ग से आते हैं लेकिन बड़े सपने देखते हैं। ये लोग साबित करते हैं कि अगर आप मेहनत करें तो सफलता आपके कदम चूमेगी।
स्टार प्लस पर आने वाला शो 'उड़ने की आशा' उन सभी हीरोज को समर्पित है जिन्होंने मुश्किलों का सामना किया और बड़ी सफलता हासिल की, और जो सबके लिए प्रेरणा हैं। इस शो में, एक मराठी बैकग्राउंड वाले परिवार की कहानी है, जहां एक पत्नी को अपने असहयोगी पति के साथ संघर्ष करते हुए और उसे खुद और अपने परिवार की बेहतरी के लिए बदलने की चुनौती का सामना करना पड़ता है।
शो में एक्टर कंवर ढिल्लों ने सचिन का किरदार निभाया हैं, जो एक टैक्सी ड्राइवर है, जबकि नेहा हरसोरा ने शो में सैली की भूमिका निभाई हैं, जो एक फ्लोरिस्ट है और विभिन्न छोटे बिजनेस में हाथ आजमाती है और अपना जीवन गुजारती है। स्टार प्लस के शो 'उड़ने की आशा' की तरफ से यह सम्मान वाकई में प्रशंसा के लायक है। यह शो के अथक प्रयास को दर्शाता है।