शमा सिकंदर ने की थी सुसाइड करने की कोशिश, नींद की गोलियां खाकर भाई को भेज दी थी बैंक डिटेल्स
बी-टाउन की हॉट एंड ग्लैमरस एक्ट्रेस में से एक शमा सिकंदर 4 अगस्त को अपना 44वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। एक्ट्रेस का जन्म 1981 में राजस्थान के मकराना में हुआ था। वह टीवी शोज के अलावा फिल्मों और वेब सीरीज में अपनी अदाकारी दिखा चुकी हैं।
शमा सिकंदर अपनी हॉट एंड ग्लैमरस तस्वीरों को लेकर अक्सर इंटरनेट पर छाई रहती हैं। शमा ने साल 1998 में फिल्म 'प्रेम अगन' से डेब्यू किया था। इसके बाद वह कई टीवी शोज में नजर आईं। शमा को टीवी शो 'ये मेरी लाइफ है' से खूब लोकप्रियता मिली थी।
बीते दिनों शमा सिकंदर ने अपने जीवन के कुछ सबसे दर्दनाक पलों को याद किया था जिसमें सुसाइड का प्रयास भी शामिल है। शमा ने बताया था कि कुछ साल पहले वह बुरे दौर से गुजरी थी और उन्होंने बहुत सारी नींद की गोलियां खाकर जान देने की कोशिश की थी।
बॉलीवुड बबल संग बात करते हुए शमा सिकंदर ने कहा था, 15 साल पहले मैं बहुत बुरी स्थिति में थी। मैं डिप्रेशन और बाइपोलर डिसऑर्डर से जूझ रही थीं। तभी मुझे पता चला कि मेरी दादी को भी बाइपोलर डिसऑर्डर हो सकता है क्योंकि यह अनुवांशिक है।
शमा ने कहा था, वह ऐसी चीजें करती थीं जिससे लोग कहते थे कि उन पर भूत सवार है। मैंने भी इसी तरह की चीजें की हैं। क्योंकि मैं समझदार हूं और आज के समय में रहती हूं, इसलिए मैं समझ पाई कि मुझ पर भूत सवार नहीं है। तभी मैंने अपना करियर छोड़ दिया और इंडस्ट्री छोड़ दी। मैं दूसरी इंसान के रूप में वापस जन्म लेना चाहती थी। मैं लोगों को खुश करते-करते थक गई थीं।
उन्होंने कहा था, मैंने आत्महत्या करने की कोशिश की, और बहुत सारी नींद की गोलियां खा ली थी। गोलियां खाने के बाद मैंने अपनी बैंक डिटेल्स अपने भाई को शेयर कर दी थी, जो एक शादी अटेंड कर रहा था। दूसरी ओर मेरी मां कुरान पढ़ रही थीं। जब मैंने अचानक भाई को बैंक डिटेल्स भेजी तो उसे शक हुआ। वह हैरान था, 'मेरी बहन मुझे अभी यह क्यों भेज रही है?'
शमा ने कहा, मेरे भाई ने फिर मेरी मां को फोन किया। फिर उन्हें पता चला और उन्होंने मुझे जगाने की कोशिश की, लेकिन मैं उठ नहीं रही थी। फिर सभी लोग भागते हुए आए। मुझे याद है कि वे सभी मुझे उठाने की कोशिश कर रहे थे और मैं मृत मांस की तरह थी।
शमा ने कहा था, छह लोग मिलकर भी मुझे नहीं उठा पाए। इसलिए वे मुझे अस्पताल ले गए, लेकिन हॉस्पिटल ने मुझे एडमिट करने से मना कर दिया और कहा कि यह आत्महत्या का मामला लगता है। बाद में एक दोस्त ने जब पुलिस कसे बात करके उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया तो इलाज शुरू हुआ। अस्पताल में पूरी रात शरीर से जहर निकाला गया था।