आयशा की रिलीज को 15 साल हुए पूरे, सोनम कपूर बोलीं- यह युवाओं के लिए एक पीढ़ी-निर्धारित फिल्म थी
बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर की फिल्म 'आयशा' की रिलीज को 15 साल पूरे हो गए हैं। यह फिल्म 6 अगस्त 2010 को रिलीज़ हुई थी और धीरे-धीरे एक कल्ट क्लासिक बन गई, खासकर फैशन प्रेमियों और युवाओं के बीच। यह रिया कपूर की एक निर्माता के रूप में पहली फिल्म थी।
फिल्म 'आयशा' में अमृता पुरी, इरा दुबे और सोनम कपूर मुख्य भूमिकाओं में थे, और इसका निर्देशन राजश्री ओझा ने किया था। इस खास मौके पर सोनम कपूर ने फिल्म को याद करते हुए कहा, जब हम आयशा बना रहे थे, तब हमारे मन में कोई 'संस्कृति को प्रभावित करने' का इरादा नहीं था।
सोनम ने कहा, हम दो लड़कियां थीं जो एक ऐसी फिल्म बनाना चाहती थीं जैसी हम खुद देखना चाहती थीं, और जो बॉलीवुड उस समय हमें नहीं दे रहा था। लोगों ने इसे महसूस किया और हमें यह बताया कि आयशा उस समय के युवाओं के लिए एक पीढ़ी-निर्धारित फिल्म बन गई।
फैशन के साथ प्रयोग और मुख्यधारा की सोच बदली
सोनम ने कहा, हम शुरू से जानते थे कि हम फैशन के साथ खेलना चाहते हैं, उसे कूल बनाना चाहते हैं लेकिन साथ ही एक्सेसिबल भी। हमें फैशन पसंद था, हमें पता था कि हर कोई उसमें रुचि रखता है लेकिन इससे पहले कोई फिल्म इतनी फ्रंट-फुटेड नहीं थी जो फैशन को केंद्र में रखे। हमें नहीं पता था कि आयशा भारतीय सिनेमा या युवाओं की मानसिकता और पॉप कल्चर पर कैसा प्रभाव डालेगी।
बॉलीवुड में फैशन पहली बार केंद्र में आया
आयशा ने बॉलीवुड में पहली बार यह बदलाव लाया कि फैशन सिर्फ बैकग्राउंड का हिस्सा नहीं था, बल्कि वह कहानी का हिस्सा था। इसने मेनस्ट्रीम में स्टाइल और सेल्फ-एक्सप्रेशन पर चर्चा छेड़ी — कुछ ऐसा, जिसे मैं हमेशा से सपोर्ट करती रही हूं।
आयशा हर लड़की की कहानी थी"
सोनम ने कहा, इसलिए आयशा आज भी मेरे दिल के बेहद करीब है और मेरी पीढ़ी की हर लड़की के लिए खास है। उसका किरदार हर उस युवती का प्रतिनिधित्व करता है जो खुद को खोज रही होती है, बिंदास, आत्मनिर्भर लेकिन साथ ही इमोशनल और अपूर्ण — और प्यार की तलाश में। शायद यही वजह है कि आयशा आज भी पॉप कल्चर, वार्डरोब और दिलों में जिंदा है — और यही हमारे लिए सबसे बड़ा गिफ्ट है।