एक्टर नहीं आर्मी ऑफिसर बनना चाहते थे आर माधवन
R Madhavan Birthday: साउथ से लेकर बॉलीवुड इंडस्ट्री तक अपनी अदाकारी का डंका बजा चुके एक्टर आर माधवन 1 जून को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म बिहार के जमशेदपुर में एक तमिल परिवार में हुआ था। आर माधवन के पिता टाटा स्टील एग्जीक्यूटिव रहे हैं। साल में 1999 में माधवन ने प्रेमिका सरिता बिर्जे से विवाह किया था। उनके एक बेटा वेदांत है।
आर माधवन ने 29 साल की उम्र में शादी के बाद अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी, और लगातार अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाते हुए आगे बढ़ते रहे। आर माधवन ने भारतीय फिल्म अभिनेता, लेखक, निर्माता और टीवी प्रस्तोता के तौर पर खास तौर पर अपनी पहचान बनाई है। अपनी इसी विशेष प्रतिभा के बल पर वो हिंदी सिनेमा में फिल्मफेयर पुरुस्कार जीत चुके हैं।
एक इंटरव्यू में माधवन ने इस बात का खुलासा किया था कि वे कभी भी एक अभिनेता नहीं बनना चाहते थे। उन्होने अपने मन में एक आर्मी अफसर बनने का सपना था पाल रखा था। लेकिन नियति में शायद कुछ और ही लिखा था।
जब आर माधवन के पास आर्मी में जाने का मौका आया तो उनकी उम्र करीब छह महीने कम निकल गई। जिसके बाद उन्होने अपने करियर का सफर डाइवर्ट कर दिया। अब उन्होने पब्लिक स्पीकिंग की तरफ ध्यान देना शुरू कर दिया था। साल 1997 में आर माधवन ने एक टीवी कॉमर्शियल विज्ञापन से अपने करियर की शुरुआत की थी। जिसके बाद फिल्म निर्देशक मणि रत्नम ने उनका स्क्रीन टेस्ट लिया लेकिन रिजेक्ट कर दिया।
जिसके बाद उन्होने छोटे पर्दे की ओर ध्यान दिया और कई टीवी शो किए। उसके बाद आर माधवन ने दक्षिण भारत की कई फिल्मों में अभिनय किया। जिसके बाद उनके काम को तारीफ मिलने लगी थी। उन्हें साउथ फिल्म फेयर अवार्ड भी दिया गया। आर माधवन को फिल्म रहना है तेरे दिल में से हिन्दी फिल्मों में विशेष पहचान मिली। इस फिल्म के बाद उनके पास ऑफर्स की लाइन लग गई।
आर माधवन ने थ्री इडिएट्स, रहना है तेरे दिल में, रंग दे बसंती, रामजी लंदनवाले, तनु वेड्स मनु जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी से लोगों का दिल जीता है।