सैमुअल लिटिल: क़ातिल जिसे एफ़बीआई ने अमेरिकी इतिहास का 'सबसे ख़तरनाक' सीरियल किलर कहा था
सैमुअल लिटिल की 80 साल की उम्र में मौत हो गई है। सैमुअल को एफ़बीआई ने अमेरिका के इतिहास का 'सबसे ख़तरनाक' सीरियल किलर माना था। सुधार और पुनर्वास विभाग के मुताबिक़ सैमुअल ने बुधवार को कैलीफोर्निया के एक अस्पताल में आख़िरी सांस ली। वो 3 महिलाओं की हत्या के जुर्म में उम्र कैद की सज़ा भुगत रहे थे। अपनी मौत से पहले तक उन्होंने 1970 से 2005 के बीच 93 महिलाओं की हत्या करने की बात क़बूली थी।
अधिकारियों के मुताबिक़, सैमुअल लिटिल कमज़ोर लोगों को निशाना बनाता था, जिनमें से कई सेक्स वर्कर या ड्रग यूज़र थे। सैमुअल लिटिल एक प्रतिस्पर्धी मुक्केबाज़ रह चुके थे। वो पीड़ितों को पहले घूंसे मार-मारकर बेजान कर देता था और फिर उनका गला दबा देता था। पीड़ित के शरीर पर कोई चाकू या गोली जैसा घाव नहीं होता था तो ये पता लगाना मुश्किल होता था कि उनकी हत्या हुई है। कई मामलों में तो समझ लिया गया कि पीड़ित की मौत नशे के ओवरडोज़ या दुर्घटना के कारण हुई होगी।
गर्दन तोड़कर हत्या करने वाला लाहौर का 'सीरियल किलर' सीरियल किलर जो इंसानों को नहीं मारता कैसे पकड़ा गया प्रसाद में सायनाइड देने वाला सीरियल किलर उन मामलों की कभी जांच भी नहीं की गई। एजेंसी के मुताबिक़, कुछ पीड़ितों का शव कभी नहीं मिला। पिछले साल एफ़बीआई ने कहा कि उसके विश्लेषकों का मानना है कि सैम्युअल के सभी क़बूलनामे 'विश्वसनीय' यानी सही हैं।
एफ़बीआई ने पीड़ितों की तस्वीरें भी जारी की थी ताकि उनकी पहचान करने में मदद मिले। इन तस्वीरों को सैमुअल ने जेल में ही बनाया था। लिटिल को 2012 में केंटकी से ड्रग्स से जुड़े मामले में गिरफ़्तार किया गया था और फिर कैलीफोर्निया लाया गया। यहां अधिकारियों ने उसका डीएनए टेस्ट किया।
सैमुअल लिटिल का पहले से ही एक व्यापक आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। जिसमें अमेरिका में हथियारबंद डकैती से लेकर बलात्कार तक जैसे अपराध शामिल हैं। उसके डीएनए के मिलान से लॉस एंजिल्स काउंटी में 1987 से 1989 के बीच हुई 3 हत्याओं की गुत्थी सुलझ गई।
सैमुअल ने इन हत्याओं से इनकार किया, लेकिन आख़िर में उन्हें दोषी ठहराया गया और 3 अलग-अगल उम्रकैद की सज़ा सुनाई गई। इस सज़ा के साथ पैरोल मिलने की कोई गुंजाइश नहीं रह गई थी।