Environment Day 2023 : 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर हमें पेड़ पौधे के औषधीय महत्व को समझना चाहिए। भारतीय धर्म और दर्शन में पेड़, पौधों और प्रकृति के सभी तत्वों का मनुष्य के जीवन हेतु बहुत महत्व बताया गया है। आयुर्वेद में ऐसे कई पौधे हैं जिन्हें घर में लगाने मात्र से ही सेहत संबधी लाभ मिलना प्रारंभ हो जाते हैं। आओ जानते हैं कि वे कौनसे 7 औषधीय पौधे हैं जिन्हें हमें अपने घर के आंगन या गमले में लगाना चाहिए।
1. तुलसी : तुलसी का पत्ता खाते रहने से किसी भी प्रकार का रोग और शोक नहीं होता। प्रतिदिन 4 पत्तियां तुलसी की सुबह खाली पेट ग्रहण करने से मधुमेह, रक्त विकार, वात, पित्त, कैंसर आदि दोष दूर होने लगते हैं। तुलसी हमारी इम्यूनिटी बढ़ाती है। तांबा और तुलसी दोनों ही पानी को शुद्ध करने की क्षमता रखते हैं।
2. आंवला : पहले के समय में हर घर में आंवला और अनार होता था। आवला बहुत ही गुणकारी होता है। विटामिन-सी से भरपूर आंवला, हर मौसम में लाभदायक होता है। यह आंखों, बालों और त्वचा के लिए तो फायदेमंद है ही, साथ ही इसके और भी कई फायदे हैं, जो आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर, प्रतिदिन आंवले के रस का सेवन करना काफी लाभप्रद होता है। यह शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है, और खून की कमी नहीं होने देता।
3. पुदीना : पुदीना के कई फायदे हैं। पेटदर्द और अरुचि में पुदीने के रस में जीरा, हींग, कालीमिर्च व कुछ नमक डालकर गर्म करके पीने से लाभ होता है। मुंह से बदबू आती है तो पुदीने की कुछ पत्तियों को चबाकर इसके पानी से कुल्ला कर लें, मुंह की बदबू खत्म हो जाएगी। ऐसा भी कहा जाता है कि प्रसव के समय पुदीने का रस पिलाने से प्रसव आसानी से हो जाता है। इसे घर के गमले में उगा सकते हैं।
4. गिलोय : इसे घर के गमले में उगा सकते हैं। यह हर तरह के बुखार, कफ, सर्दी-जुकाम और इंफेक्शन में लाभदायक है। इसमें सूजन कम करने, शुगर को नियंत्रित करने, गठिया रोग से लड़ने के अलावा शरीर शोधन के भी गुण होते हैं। गिलोय के इस्तेमाल से सांस संबंधी रोग जैसे दमा और खांसी में फायदा होता है। इसे नीम और आंवला के साथ मिलाकर इस्तेमाल करने से त्वचा संबंधी रोग जैसे एग्जिमा और सोराइसिस दूर किए जा सकते हैं। इसे खून की कमी, पीलिया और कुष्ठ रोगों के इलाज में भी कारगर माना जाता है।
5. एलोवेरा : एलोवेरा को ग्वारपाठा, घृत कुमारी या क्वारगंदल कहते हैं। यह पौधा कई तरह के औषधीय गुणों से युक्त है। बहुत से घरों में इसे लगाया जाता है। यह दर्द निवारक, जले घावों पर, चोट में, गठिया में, पुराना बुखार, चर्म रोग, अस्थमा, पेट व आंत के रोगों तथा कोलेस्ट्रॉल कम करने और कैंसर जैसे रोग में भी उपयोगी है।
6. गुड़हल : गुड़हल के फूलों को पानी में उबालकर पीने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स आपको तनावमुक्त रहने में भी मदद करते हैं। लेकिन किसी डॉक्टर से पूछकर ही या प्रयोग किया जा सकता है। इसे आप अपने घर आंगन में लगा सकते हैं।
7. कड़ी पत्ता : करीपत्ता या कड़ी पत्ता, इसके पत्ते को सब्जी या दाल में डालने से स्वाद बढ़ जाता है। डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, कफ आदि रोगों में लाभदायक है। इसके सेवन से बाल काले और घने होते हैं। त्वचा के लिए भी यह फायदेमंद है। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।