गुरुवार, 23 मार्च 2023
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आम के पत्ते होते हैं गुणकारी, जानिए एक क्लिक पर सारी जानकारी

शुक्रवार,मार्च 10, 2023
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अमस्था अवलेह (Amastha Awaleha) एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे कफ, खांसी, सर्दी, जुकाम और छाती की जकड़न में लेने का सुझाव दिया जाता है। इन दिनों जब कि एंटीबायोटिक दवाई के साइड इफेक्ट लोगों को परेशान कर रहे हैं तब यह दवाई तेजी से पसंद की जा रही है। यह ...
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कहते हैं कि भोजन से ज्यादा महत्वपूर्ण है जल। उससे ज्यादा महत्वपूर्ण है वायु। पानी को शुद्ध होना अत्यंत ही जरूरी है क्योंकि 90 प्रतिशत से ज्यादा रोग पानी से ही होते हैं। दूसरी बात यह कि पानी पीने का एक खास तरीका होता है। उचित तरीके और विधि से पवित्र ...
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उत्तम भोजन से महत्वपूर्ण है शुद्ध पानी और उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है शुद्ध वायु। आयुर्वेद और भारतीय परंपरा के अनुसार पानी पीने का एक निश्‍चित समय होता है तब पानी पीने का भरपूर लाभ मिलता है। आओ जानते हैं कि पानी या जल पीने का क्या है उचित तरीका और ...
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शहद एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जाना जाता है। इसका अलग -अलग प्रकार से सेहत और सुंदरता के लिए प्रयोग किया जाता है। शहद का इस्‍तेमाल सेहत के लिहाज से पिछले कुछ सालों में बेहद बढ़ गया है। लोग शक्‍कर की बजाएं शहद का चुनाव कर रहे हैं। ताकि सेहत पर बुरा ...
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हर साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया जाता है। डॉक्टर को हिंदी में चिकित्सक, वैद्य आदि नामों से जाना जाता हैं। भारत में प्राचीन काल से ही वैद्य परंपरा रही है। आयुर्वेद मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे आरंभिक चिकित्‍सा शाखा है। संसार की प्रथम ...
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कई बीमारियों को जड़ से खत्म करने की औषधि है अश्वगंधा, जानिए आयुर्वेद के अनुसार इसके गुण
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अश्वगंधा को आयुर्वेद में अहम स्थान दिया गया है, इसे एक ऐसा चमत्कारी पौधा माना गया है जो कई तरह की बीमारियों को दूर करने में सक्षम है। आइए, जानते हैं आयुर्वेद के अनुसार अश्वगंधा के गुण -
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कोरोना वायरस के काल में इम्युनिटी पावर कैसे बढ़ाएं यह सभी जानना चाहते हैं साथ ही आप सेहतमंद कैसे बने रहे हैं यह भी जरूरी है। परंतु यह बात समझना जरूरी है कि भोजन से ही रोग उत्पन्न होते हैं और उसी से समाप्त। मतलब यह कि भोजन ही आपकी इम्युनिटी बढ़ाने ...
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प्राचीनकाल से ही लोग खाना खाने के बाद मीठा जरूर खाते हैं। हिन्दू शास्त्र और आयुर्वेद में भी इसका उल्लेख मिलता है। मीठा खाने के संबंध में तो आपको पता ही होगा लेकिन बहुत कम लोग नहीं जानते होंगे कि खाने के पहले तीखा या कहें कि चरका क्यों खाते हैं। आओ ...
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संसार में कई ऐसी खाने की चीज़े हैं जो हमारे लिए यदि अमृत समान है तो दूसरों के लिए जहर समान हो सकती है। यह व्यक्ति व्यक्ति की तासीर पर निर्भर करता है परंतु हम यहां बता रहे हैं कि कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो हमारे लिए तो अमृत समान है परंतु पशुओं के ...
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शहद एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जाना जाता है। यह मीठा जरूर होता है लेकिन हानिकारक नहीं। इसके कई सारे लाभ है। खास रूप से शहद वजन घटाने में मदद करता है। लेकिन बाजार में मिलावट के कारण बाजार से खरीदते समय मन में कई सारे सवाल उठते हैं कि शहद ...
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केले का पेड़ काफी पवित्र माना जाता है और कई धार्मिक कार्यों में इसका प्रयोग किया जाता है। केले का फल, फूल, पत्ते, तना, जड़ और डंडल इन छह चीजों का उपयोग होता है और इनके कई फायदे भी हैं। आओ जानते हैं केले और उसके फल के 10 उपयोग और 15 फायदे।
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भारतीय धर्म और संस्कृति में नारियल का बहुत महत्व है। नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है। मंदिर में नारियल फोड़ना या चढ़ाने का रिवाज है। दक्षिण भारत में नारियल के पेड़ बहुतायत में पाए जाते हैं। 60 फुट से 100 फुट तक ऊंचा नारियल का पेड़ लगभग 80 वर्षों तक ...
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केसर किस तरह से भारत में आई, इसकी खेती कहां होती है और इसमें कौन से गुण मौजूद हैं? आइए, जानते हैं केसर से जुड़ी खास बातें :
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गौमूत्र चिक्तिसा को बहुत से लोग सही मानते हैं और कई लोग इसे सही नहीं मानते हैं। गौमूत्र चिकित्सा का समर्थक इसके हर बीमार में लोग को प्रदर्शित करते हैं। हालांकि यह भी कहा जाता है कि इस चिकित्सा पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है। आओ जानते हैं कि ...
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फूलों की कई प्रजातियां ऐसी हैं, जिनमें घाव को भरने से लेकर त्वचा संबंधी बीमारियों को दूर करने का भी उपचार है। गुलाब के फूलों से करें इन बीमारियों को दूर
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उषा पान का आयुर्वेदिक ग्रंथों में उल्लेख मिलता है। हमारे ऋषि-मुनि और प्राचीनकाल के लोग उषा पान करके सेहतमंद बने रहते थे। परंतु आधुनिक युग में व्यक्ति यह सबकुछ भूल गया है। क्या आपको पता है कि उषा पान क्या होता और क्या आपको यह भी पता है कि उषापान करने ...
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आयुर्वेद मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे आरंभिक चिकित्‍सा शाखा है। प्राकृतिक चिकित्सा इसका एक अंग मात्र है। आयुर्वेद का जन्म भारत में हुआ। समय समय पर आयुर्वेद की चिकित्सा कराते रहेंगे तो सदा स्वस्थ और युवा बने रहेंगे। तो आओ जानते हैं कि आयुर्वेद में आप ...
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आयुर्वेद मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे आरंभिक चिकित्‍सा शाखा है। प्राकृतिक चिकित्सा इसका एक अंग मात्र है। आयुर्वेद का जन्म भारत में हुआ। इसके सूत्र हमें ऋग्वेद और अथर्ववेद में मिलते हैं। आयुर्वेद के जनक और आयुर्वेद के मूल सिद्धांत को जानिए।
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