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Written By WD Feature Desk
Last Modified: बुधवार, 16 जुलाई 2025 (14:24 IST)

सावन में इस रंग के कपड़े पहनने की वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

Sawan green dress reason
sawan fashion tips: सावन का महीना आते ही हर ओर हरियाली छा जाती है, न सिर्फ पेड़-पौधे बल्कि लोगों के कपड़े, सजावट, त्योहारों की थीम तक हरे रंग में रंग जाती है। खासकर महिलाओं के बीच सावन में हरे रंग की चूड़ियां, साड़ियां, सूट और बिंदी पहनने का चलन बहुत आम है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर सावन में हरे रंग को इतना विशेष क्यों माना जाता है? क्या यह केवल परंपरा है या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक और आध्यात्मिक कारण भी छिपा है? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि सावन में हरे रंग के वस्त्र पहनने की परंपरा आखिर क्यों बनी और यह हमारे जीवन में क्या सकारात्मक प्रभाव लाती है।
 
सावन और हरियाली का गहरा संबंध
सावन का महीना यानी मॉनसून का चरम समय, जब धरती ताजगी से भर जाती है, पेड़-पौधों में नयी जान आ जाती है और वातावरण में सुकून घुल जाता है। इस हरियाली का सीधा संबंध प्रकृति की ऊर्जा से होता है। हरा रंग न सिर्फ वातावरण को सौंदर्य देता है, बल्कि यह मानसिक शांति, ऊर्जा संतुलन और नई शुरुआत का प्रतीक भी माना गया है। यही कारण है कि इस महीने में हरे रंग का उपयोग न केवल फैशन में बल्कि धार्मिक विधियों में भी खास महत्व रखता है।
 
सावन में क्यों पहना जाता है हरा रंग?
आधुनिक विज्ञान की बात करें तो हर रंग की अपनी एक खास तरंग (वाइब्रेशन) होती है। हरा रंग विशेष रूप से हार्ट चक्र (अनाहत चक्र) से जुड़ा हुआ है, जो हमारे जीवन में प्रेम, संतुलन और शांति का केंद्र होता है। सावन के दौरान, जब वातावरण में उमस और भारीपन होता है, तब हरा रंग मानसिक सुकून देने का कार्य करता है। यह तनाव को कम करता है, सकारात्मक सोच को बढ़ाता है और भावनात्मक स्थिरता प्रदान करता है। इसीलिए हरे रंग के वस्त्र पहनना एक तरह का मानसिक उपचार भी माना जा सकता है।
 
धार्मिक दृष्टिकोण से हरे रंग का महत्व
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और शिव भक्ति के साथ-साथ प्रकृति की पूजा का भी समय होता है। हरा रंग माता पार्वती की प्रियता का प्रतीक माना गया है। व्रत रखने वाली महिलाएं खासकर इस महीने में हरे रंग के वस्त्र इसलिए पहनती हैं ताकि शिव-पार्वती की कृपा प्राप्त हो सके। यह रंग उर्वरता, समृद्धि और संतुलन का संकेत है, जिससे वैवाहिक जीवन में प्रेम और स्थायित्व बना रहता है। यही कारण है कि हरियाली तीज, श्रावणी सोमवार और रक्षाबंधन जैसे त्योहारों पर हरे रंग का महत्व और बढ़ जाता है।
 
फैशन ट्रेंड्स से भी जुड़ा है यह रंग
आज के दौर में हरा रंग सिर्फ परंपरा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा फैशन स्टेटमेंट भी बन गया है। सावन में हरे रंग की साड़ियों, सूट्स, लहंगों और ज्वेलरी का क्रेज इतना ज्यादा होता है कि बाजारों में विशेष सावन कलेक्शन तक निकलने लगते हैं। सोशल मीडिया पर 'सावन लुक' ट्रेंड करता है, जिसमें महिलाएं हरे रंग की पोशाक पहनकर फोटो शेयर करती हैं। इस तरह यह रंग अब संस्कृति, आस्था और आधुनिकता का सुंदर संगम बन चुका है।


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