0
World Yoga Day 2023 : योग की कौन सी 3 क्रिया करने से जिंदगी हो जाएगी चेंज
मंगलवार,जून 20, 2023
0
1
एक उम्र के बाद गर्दन के आसपास पर चर्बी जमने लगती है, डबल चिन निकलने लगती है और गर्तन में झुर्रियां भी पड़ने लगती है। उम्र के बढ़ने से गर्दन की चमड़ी ढीली पड़ जाती है, तो मोटापे से चरबी बढ़ जाती है। दोनों ही स्थिति में जहां बुढ़ापा झलकने लगता है वहीं ...
1
2
Yogasan: कई लोगों को माइग्रेन यानी आधासीसी का दर्द रहता है। इस दर्त में सिर का आधा हिस्सा दुखना प्रारंभ होता है और धीरे धीरे यह दर्द तेज होता जाता है। कई लोगों को इसके कारण उल्टी भी होती है और वे दिनभर सोये रहते हैं कुछ भी नहीं कर पाते हैं। इसमें ...
2
3
सिर्फ वेबदुनिया पर... योग मुद्राओं के आकर्षक और उत्कृष्ट सामग्री। 21 जून को हमारे यानी वेबदुनिया के साथ मनाइए विश्व योग दिवस। हम लेकर आए हैं योग दिवस के साथ योग का इतिहास, परम्परा और विशेष आलेख....
3
4
बंध का शाब्दिक अर्थ है- 'गांठ', बंधन या ताला। इसके अभ्यास से प्राणों को शरीर के किसी एक भाग पर बांधा जाता है। इसके अभ्यास से योगी प्राणों को नियंत्रित कर सफलता पूर्वक जरा अर्थात रोग और मृत्यु को अपने काबू में कर लेता है। बंध, प्राणायाम और मुद्रा ...
4
5
गलत आदतों से आज के वक्त में मोटापा तेजी से बढ़ने लगा है। हालांकि कई लोग वक्त के साथ सतर्क भी हो गए है और अपनी हेल्थ का ख्याल रख रहे हैं।
5
6
योग में मुद्राओं के दो मुख्य प्रकार है। पहला हस्तमुद्रा और दूसरा मुख्य आसन या आकृतियां। हस्तमु्द्रा तो हाथ से की जाती है और आसन मुद्रा शरीर के किसी भी अंग से की जाती है। आसन मुद्राओं में से एक ही काकी मुद्रा। आओ जानते हैं इसे करने के 10 फायदे।
6
7
शरीर की तंत्रिका प्रणाली में अवरोध उत्पन्न होने से कई प्रकार के शारीरिक एवं मानसिक रोग होते हैं। इन्हीं तंत्रिका प्रणाली की शुद्धिकरण हेतु प्राणायाम का अभ्यास किया जाता है।
7
8
मुद्रा और दूसरे योगासनों के बारे में बताने वाला सबसे पुराना ग्रंथ घेरण्ड संहिता है। हठयोग के इस ग्रंथ को महर्षि घेरण्ड ने लिखा था। घेरंड में 25 और हठयोग प्रदीपिका में 10 मुद्राओं का उल्लेख मिलता है, लेकिन सभी योग के ग्रंथों की मुद्राओं को मिलाकर कुल ...
8
9
योग में कई तरह की शरीरिक मुद्रा और हस्त मुद्राओं का उल्लेख मिलता है। मुद्राओं का उल्लेख घेरंड संहितता और हठयोग प्रदीपिका मिलता है। आओ जानते हैं काली मुद्रा कैसे करें और क्या है इसके लाभ।
9
10
योग में प्रमुखत: छह क्रियाएं होती है:-1. त्राटक 2. नेती. 3. कपालभाती 4. धौती 5. बस्ती 6. नौली। यहां प्रस्तुत है नेती के बारे में जानकारी। इसे तीन तरह से किया जाता है:- 1.सूत नेती 2.जल नेती और 3.कपाल नेती।
10
11
शाम्भवी मुद्रा को शिव मुद्रा या भैरवी मुद्रा भी कहते हैं। शाम्भवी मुद्रा करना बहुत कठिन और बहुत सरल है। इसे यदि सही तरीके से नहीं किया जा रहा है तो यह कठिन है और सही तरीके से किया जा रहा है तो यह बहुत सरल है।
11
12
उम्र का असर सबसे पहले चेहरे पर आता है। उम्र बढ़ने के साथ चेहरे पर झुरियां, आंखों के नीचे कालापन और कपाल पर सिलवटें पड़ जाती हैं। हमारा चेहरा भी कुछ कुछ बदलने लगता है। वर्तमान में प्रदूषण और गलत खानपान के कारण यह और भी तेजी से होने लगा है। ऐसे में ...
12
13
उम्र का असर सबसे पहले चेहरे पर आता है। अधिक उम्र नहीं हुई है फिर भी शहरी प्रदूषण के कारण चेहरा मुरझा-सा गया है। योग के अंग संचालन या सूक्ष्म व्यायाम में ऐसी कई मुद्राएं बतायी गई है जिसे करने से चेहरे की झुर्रियां मिटाकर उसे दमकता हुआ बनाए रखा जा ...
13
14
यदि आप कोई बात या चीजें भूल जाते हैं। कई बार पढ़ने के बाद भी कोई पाठ याद नहीं होता है तो योग की यह भूचरी या भोचरी मुद्रा आपके लिए जादु जैसा काम करेगी।
14
15
नभ का अर्थ होता है 'आकाश'। इस मुद्रा में जीभ को तालु की ओर लगाते हैं, इसीलिए इसे नभोमुद्रा कहते हैं। नभोमुद्रा करना सरल नहीं है। इसे किसी योग शिक्षक से सीखकर ही करना चाहिए। यह मुद्रा बहुत से रोगों में लाभदायक सिद्ध हुई है। इस बारे में एक श्लोक भी
15
16
योग अनुसार आसन और प्राणायाम की स्थिति को मुद्रा कहा जाता है। बंध, क्रिया और मुद्रा में आसन और प्राणायाम दोनों का ही कार्य होता है। योग में मुद्राओं को आसन और प्राणायाम से भी बढ़कर माना जाता है। आसन से शरीर की हडि्डयां लचीली और मजबूत होती है जबकि ...
16
17
खुली आंखों से कैसे नींद ले सकते हैं यह तो बहुत ही आश्चर्य वाली बात है। आपने अक्सर देख या सुना होगा कि नींद में चलने वालों की आंखों खुली होते है लेकिन वे सोए रहते हैं। खुली आंखों से वे देखते भी रहते हैं और सोए भी रहते हैं। यह बहुत ही अजीब है, लेकिन ...
17
18
वर्तमान युग में खान-पान के प्रति लोग सजग नहीं रहते हैं जिसके चलते वे कई तरह के पेट संबंधी रोग और कई गंभीर रोग से भी पीड़ित होकर अस्पताल में भर्ती तक हो जाते हैं। हजारों लोग हैं और हजारों तरह के रोग हैं, लेकिन यह कोई नहीं समझता कि उपयोगी सिर्फ योग ...
18
19
मुद्राओं में पृथ्वी मुद्रा का बहुत महत्व है। यह हमारे भीतर के पृथ्वी तत्व को जागृत करती है। योगियों ने मनुष्य के शरीर में दो मुख्य नाड़ियां बतलाई हैं। एक सूर्य नाड़ी और दूसरी चन्द्र नाड़ी।
19