काकी योग मुद्रा करने के 10 फायदे
योग में मुद्राओं के दो मुख्य प्रकार है। पहला हस्तमुद्रा और दूसरा मुख्य आसन या आकृतियां। हस्तमु्द्रा तो हाथ से की जाती है और आसन मुद्रा शरीर के किसी भी अंग से की जाती है। आसन मुद्राओं में से एक ही काकी मुद्रा। आओ जानते हैं इसे करने के 10 फायदे।
क्या है यह मुद्रा : काक कौए को कहते हैं। कौए की चोंच जैसी मुंह की मुद्रा बना लेने को काकी मुद्रा कहा जाता है। यह मुद्रा कई प्रकार से की जाती है। यहां प्रस्तुत है सामान्य प्रकार।
मुद्रा बनाने की विधि : किसी भी आसन में बैठकर होठों को पतली सी नली के समान मोड़कर कौए की चोंच जैसा बना लें। अब नाक के अग्र भाग को देखते हुए अपना पूरा ध्यान नाक पर टिका दें। इसके बाद मुंह से धीरे-धीरे गहरी श्वास लेकर होठों को बंद कर दें। कुछ देर बाद श्वास को नाक से बाहर निकाल दें। इस तरह से 10 मिनट तक करें।
इस मुद्रा का फायदे :
1. यह मुद्रा जहां शरीर में ठंडक बढ़ाती हैं वहीं यह कई रोगों को दूर करने में लाभदायक है।
2. इस मुद्रा का निरंतर अभ्यास करने से शरीर में अंदर भोजन पचाने की क्रिया तेज हो जाती है।
3. इस मुद्रा को करने से एकाग्रता बढ़ती है।
4. इस मुद्रा को करने से झुर्रियां कम होती है।
5. इस मुद्रा का अभ्यास करते रहने से शरीर के समस्त रोग नष्ट हो जाते हैं।
6. हाई ब्लड प्रेशर में को कंट्रोल करने में भी यह मुद्रा लाभदायक है।
7. इससे अम्लपित्त का बढ़ना कम हो जाता है। एसिडिटि में लाभदाय है।
8. गुदा, उदर, कंठ एवं हृदय विकार को दूर करने के लिए बहुत उपयोगी है।
9. इससे रक्त शुद्ध होता है और खाज-खुजली, फोड़े-फुंसी आदि त्वचा विकार भी दूर होते हैं।
10. इस मुद्रा को करने से नींद भी अच्छी आती है।
सावधानी : आंखों में अत्यधिक तनाव लाएं। आंखों में तनाव महसूस होने पर आंखों को बंद कर विश्राम करें। लो ब्लड प्रेशर की स्थिति में काकी मुद्रा नहीं करनी चाहिए।