Dharma : नर्मदा नदी की 14 खास बातें
अनिरुद्ध जोशी | सोमवार,फ़रवरी 3,2025
Narmada river facts: नर्मदा नदी को भारत में सबसे प्राचीन नदियों में से एक और सात पवित्र नदियों में से एक माना जाता है। ...
शनि यदि है पहले भाव में तो रखें ये 5 सावधानियां, करें ये 6 कार्य और जानिए भविष्य
अनिरुद्ध जोशी | रविवार,फ़रवरी 2,2025
मकर और कुंभ का स्वामी शनि तुला में उच्च, मेष में नीच का होता है। लाल किताब में आठवें भाव में शनि बली और ग्यारहवां भाव ...
17 फरवरी 2021 को देवनारायण जयंती पर जानिए राजस्थानी लोक देवता का परिचय
अनिरुद्ध जोशी | शनिवार,फ़रवरी 1,2025
देवनारायण भगवान राजस्थान के लोक देवता हैं। उन्हें विष्णु का अवतार माना जाता है। कहते हैं कि वे गुर्जनर समाज के महान ...
गंगा से भी ज्यादा पवित्र क्यों हैं नर्मदा नदी?
अनिरुद्ध जोशी | शुक्रवार,जनवरी 31,2025
Narmada Jayanti 2024: भारत की प्रमुख पवित्र नदियां 12 हैं- गंगा, यमुना, सरस्वती, सिंधु, कृष्णा, कावेरी, नर्मदा, ...
Khatu Shyam : कौन है बाबा खाटू श्यामजी? क्या है उनकी कहानी?
अनिरुद्ध जोशी | गुरुवार,जनवरी 30,2025
राजस्थान के शेखावाटी के सीकर जिले में स्थित है परमधाम खाटू। यहां विराजित हैं खाटू श्यामजी। खाटू का श्याम मंदिर बहुत ही ...
Khatu Syam Baba : श्याम बाबा को क्यों कहते हैं- 'हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा'
अनिरुद्ध जोशी | गुरुवार,जनवरी 30,2025
Hare ka sahara baba shyam hamara: राजस्थान के शेखावाटी के सीकर जिले में रिंगस के पास स्थित स्थित है परमधाम खाटू। यहां ...
भारत के किस प्रदेश में हैं सबसे ज्यादा जंगल, देश विदेश के लोग आते हैं घूमने
अनिरुद्ध जोशी | सोमवार,जनवरी 27,2025
Forests List of Madhya Pradesh: दुनिया के सबसे ज्यादा जंगल अफ्रीका के बाद भारत में मौजूद है। भारत में हजारों जंगल है ...
जानिए, प्रमुख पारंपरिक 13 अखाड़े
अनिरुद्ध जोशी | शुक्रवार,जनवरी 24,2025
मूलत: कुंभ या अर्धकुंभ में साधु-संतों के कुल 13 अखाड़ों द्वारा भाग लिया जाता है। इन अखाड़ों की प्राचीन काल से ही स्नान ...
10 बातें अघोरी साधुओं के बारे में...
अनिरुद्ध जोशी | गुरुवार,जनवरी 23,2025
शैव संप्रदाय में साधना की एक रहस्यमयी शाखा है अघोरपंथ। अघोरी की कल्पना की जाए तो श्मशान में तंत्र क्रिया करने वाले किसी ...
भविष्य वक्ताओं अनुसार कौन है भारत का मसीहा?
अनिरुद्ध जोशी | बुधवार,जनवरी 22,2025
भावार्थ : जब-जब धर्म की हानि होने लगती है और अधर्म आगे बढ़ने लगता है, तब-तब मैं स्वयं की सृष्टि करता हूं अर्थात् जन्म ...