राकेश टिकैत ने नंदीग्राम में की किसान महापंचायत, बोले- BJP को वोट न देना, अब संसद में खुलेगी मंडी
कोलकाता/नंदीग्राम (पश्चिम बंगाल)। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने शनिवार को कोलकाता और नंदीग्राम में महापंचायतों को आयोजन किया और लोगों से पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं देने का आग्रह किया। नंदीग्राम से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही है।
टिकैत ने कहा- संयुक्त किसान मोर्चा ने जिस दिन तय कर लिया, उस दिन संसद के सामने एक मंडी खुल जाएगी। अगला टारगेट संसद पर फसल बेचने का होगा। संसद में मंडी खुलेगी। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से कहा है कि मंडी के बाहर कहीं भी अनाज बेच लो, 'हमें तो पार्लियामेंट सबसे बढ़िया मंडी लगी, व्यापारी अंदर बैठा है और किसान बाहर। खरीद होगी पक्की।
किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख राकेश टिकैत महापंचायत में शामिल होने के लिए दिन में राज्य पहुंचे। तृणमूल कांग्रेस की सांसद डोला सेन ने हवाई अड्डे पर टिकैत की अगवानी की। इसके बाद टिकैत ने शहर में और पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर के साथ किसानों को संबोधित किया।
टिकैत ने आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार किसानों और उनके आंदोलन की रीढ़ तोड़ने पर आमादा है। उन्होंने कहा कि यह जनविरोधी सरकार है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को वोट मत देना। अगर उन्हें वोट दिया गया तो वे आपकी जमीन बड़े कॉर्पोरेट्स और उद्योगों को दे देंगे और आपको भूमिहीन बना देंगे। वे आपकी आजीविका दांव पर लगाकर देश के बड़े उद्योगपति समूहों को जमीन सौंप देंगे और आपको खतरे में डाल देंगे।
टिकैत ने भाजपा को धोखेबाजों की पार्टीकहते हुए कहा कि हम भाजपा का विरोध करने वालों और किसानों तथा गरीबों के साथ खड़े होने वालों के पाले में रहेंगे।
टिकैत ने कहा कि अगला लक्ष्य संसद पर फसल बेचने का होगा। संसद में मंडी खुलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा है कि मंडी के बाहर कही भी सब्जी बेच लो। उन्होंने कहा कि जिस दिन संयुक्त मोर्चा तय करेगा, संसद में एक नई मंडी खोली जाएगी। ट्रैक्टर फिर से दिल्ली में प्रवेश करेंगे। हमारे पास 3.5 लाख ट्रैक्टर और 25 लाख किसान हैं, अगला लक्ष्य संसद में फसल बेचने का होगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि बंगाल में किसान महापंचायत का मतलब राज्य में किसी विशेष गैरभाजपा पार्टी को समर्थन देना नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं यहां किसी विशेष पार्टी के लिए वोट मांगने के लिए नहीं आया हूं। हम यहां बंगाल में किसानों की ओर से भाजपा के खिलाफ लड़ाई शुरू करने के लिए अपील कर रहे हैं।
नंदीग्राम की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन की यह भूमि केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को एक नई दिशा देगी। दिल्ली की सीमाओं पर जारी आंदोलन पर उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी लंबे समय तक अपना आंदोलन जारी रखने के लिए तैयार हैं क्योंकि उनका उनका मनोबल ऊंचा है।