Fact Check: सरकार ने सड़कों पर लगाई कीलें तो किसानों ने ट्रैक्टर में लगवाए बिना टायर-ट्यूब वाले चक्के? जानिए VIRAL तस्वीरों का सच
26 जनवरी को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद से दिल्ली पुलिस प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ काफी सख्त हो गई है। दिल्ली बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। यहां सीमेंट के बैरिकेड बनाए गए हैं और सड़कों पर कीलें लगाई गई हैं। अब सोशल मीडिया पर इसी से जुड़ी एक पोस्ट शेयर की जा रही है। दावा किया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी किसानों ने अपने ट्रैक्टरों के लिए बिना टायर-ट्यूब वाले चक्के तैयार कर लिए हैं।
क्या है वायरल-तस्वीरें शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सरकार ने सड़क पर कीले लगवाई हैं, इसका जवाब देने की तैयारी की जा रही है। किसानों ने ट्रैक्टरों के लिए बिना टायर-ट्यूब वाले चक्के बनवा लिए हैं।
क्या है सच-वायरल हो रही तस्वीरों की सच्चाई जानने के लिए हमने इन्हें गूगल पर रिवर्स इमेज रिसर्च किया। नीले रंग के ट्रैक्टर वाली फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें एक
यूट्यूब वीडियो का लिंक मिला। बॉनट्रैगर एंटरटेनमेंट नाम के चैनल पर यह वीडियो 2013 में अपलोड किया गया था।
रिवर्स सर्च करने पर हरे रंग वाली ट्रैक्टर की फोटो हमें ई-कॉमर्स वेबसाइट
अमेजन पर मिली। इसके अलावा यह फोटो डियर डॉट कॉम नाम की वेबसाइट पर मिली। वेबसाइट के मुताबिक, इस ट्रैक्टर को 1918 में तैयार किया गया था।
लोहे का घेरा तैयार करते दो लोगों की फोटो रिवर्स सर्च करने पर हमें एक
यूट्यूब वीडियो मिला। यह वीडियो 18 जुलाई 2019 को अपलोड किया गया था।
लाल ट्रैक्टर और पीले चक्के वाली तस्वीर फोटो एजेंसी
ड्रीम्सटाइम की वेबसाइट पर मिली। वेबसाइट के मुताबिक, इसका नाम हैरिस मॉडल 55 फार्म ट्रैक्टर है।
वहीं, लाल रंग के ट्रैक्टर की आखिरी फोटो हमें माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म
टम्बलर पर मिली। यह फोटो 5 साल पहले अपलोड की गई थी। इससे स्पष्ट होता है कि वायरल हो रही तस्वीरों का किसान आंदोलन से कोई कनेक्शन नहीं है।