आखिर जैक डोर्सी किसान आंदोलन के ये ट्वीट्स लाइक क्यों कर रहे हैं?
दिल्ली के बार्डर पर पिछले ढाई महीने से चल रहे किसान आंदोलन को सपोर्ट करने के विवाद में अब ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी भी कूद गए हैं। जैक डोर्सी ने किसान आंदोलन पर किए गए कई ट्वीट को लाइक किया है। इनमें से एक ट्वीट में दिल्ली-एनसीआर में इंटरनेट शटडाउन करने पर सिंगर रिहाना की आपत्ति की प्रशंसा की गई थी।
जैक डोर्सी ने वॉशिंगटन पोस्ट की जर्नलिस्ट केरेन अतिआ के एक ट्वीट को भी लाइक किया है। केरेन अतिआ ने इस ट्वीट में कहा, 'रिहाना ने सूडान, नाइजीरिया और अब भारत और म्यांमार में सामाजिक न्याय आंदोलनों के लिए अपनी आवाज उठाई है। वह एक वास्तविक हीरो है।
जैक डोर्सी ने केरेन अतिआ के एक और ट्वीट को भी लाइक किया है। इसमें केरेन अतिआ ने ट्विटर को सुझाव दिया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शनों के लिए एक ट्विटर इमोजी जोड़ने का अच्छा समय होगा, जैसा कि उन्होंने 'ब्लैक लाइव्स मैटर जैसे अंतरराष्ट्रीय विरोध प्रदर्शनों के लिए किया था।
सवाल उठ रहे हैं कि ऐसे ट्वीट्स को लाइक करके क्या जैक डोर्सी भारत में चल रहे किसान आंदोलन में एक पक्ष ले रहे हैं। जैसा कि सिंगर रिहाना और एक्टिविस्ट ग्रेटा थंबर्ग ने ले रखा है। ये दोनों किसान आंदोलन के फेवर में लगातार ट्वीट करके भारत सरकार पर प्रेशर बनाने में लगी हैं।
भारत सरकार ने किसानों के विरोध के समर्थन में विदेशी हस्तियों के हस्तक्षेप की कड़ी निंदा की है। सरकार ने कहा, 'सनसनीखेज सोशल मीडिया हैशटैग और टिप्पणियों का प्रलोभन, खासकर जब मशहूर हस्तियों और अन्य लोगों द्वारा इसका सहारा लिया जाता है तो यह न तो सटीक है और न ही जिम्मेदार है' भारत के विदेश मंत्रालय के बयान जारी करके कहा कि इस तरह के मामलों पर टिप्पणी करने से पहले हम आग्रह करेंगे कि तथ्यों का पता लगाया जाए और मुद्दों की उचित समझ बनाई जाए।
देश के अंदरुनी मामलों में विदेशियों के हस्तक्षेप पर कई खेल हस्तियों, अभिनेताओं और राजनेताओं ने इस मुद्दे पर ट्वीट करके अपनी आपत्ति जताई है। देश के विभिन्न सितारों ने ट्वीट करके देशवासियों को एकजुट रहने और राष्ट्र की संप्रभुत्ता को नुकसान पहुंचाने वाली विदेशी शक्तियों के झांसे में न आने की अपील की है।