रविवार, 28 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. चुनाव 2022
  2. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
  3. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
  4. Many independent candidates of BJP-Congress did not agree even on the last day of withdrawal of nominations in Uttarakhand
Last Modified: सोमवार, 31 जनवरी 2022 (23:27 IST)

उत्‍तराखंड में नाम वापसी के आखिरी दिन भी नहीं माने भाजपा-कांग्रेस के कई बागी, पार्टियों के लिए बने मुसीबत...

उत्‍तराखंड में नाम वापसी के आखिरी दिन भी नहीं माने भाजपा-कांग्रेस के कई बागी, पार्टियों के लिए बने मुसीबत... - Many independent candidates of BJP-Congress did not agree even on the last day of withdrawal of nominations in Uttarakhand
देहरादून। नाम वापसी के आखिरी दिन भाजपा-कांग्रेस के अधिकांश बागियों को पार्टियों ने मना लिया, लेकिन अब भी कई सीटों पर बागी पार्टियों के लिए मुसीबत बने हुए हैं।राज्य की 70 सीटों पर नामंकन वापसी के अंतिम दिन 95 उम्मीदवारों ने चुनावी अखाड़े से हटने का फैसला किया। अब इस नाम वापसी के बाद प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों पर 632 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए हैं।

प्रदेश की हॉट सीट बनी लालकुआं विधानसभा में संध्या डालाकोटी ने कांग्रेस तो पवन चौहान ने भाजपा की मुसीबतें बढ़ाई हुई हैं। रुद्रपुर में भाजपा के बागी विधायक राजकुमार ठुकराल ने भाजपा का सिरदर्द बढ़ा दिया।बागियों ने दोनों दलों के नेताओं के लिए कड़ाके की पड़ रही सर्दी में भी गर्मी का एहसास करा दिया।

बागी डॉ. संध्या डालाकोटी ने नाम वापस नहीं लिया। इससे हरीश रावत का संकट बढ़ गया है। पूर्व में संध्या डालाकोटी को टिकट दिया गया था, लेकिन रामनगर सीट के टिकट को लेकर हरीश रावत व रंजीत रावत में छिड़ी जंग के बाद लालकुआं से संध्या डालाकोटी का टिकट काटकर हरीश रावत को दे दिया गया।

रुद्रपुर से टिकट कटने के बाद भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल ने भी नाम वापस नहीं लिया। राजकुमार ठुकराल किसी भी नेता के मनाने पर नहीं माने। ठुकराल ने कहा कि मेरे साथ अन्याय हुआ है इसलिए मैं अब चुनाव मैदान से हटने वाला नहीं हूं।ऋषिकेश विधानसभा सीट से कांग्रेस के बागी प्रत्याशी शूरवीर सिंह सजवाण ने अंतिम दिन अपना नाम वापस ले लिया।चर्चा है कि कांग्रेस उनको भी कार्यकारी अध्यक्ष बनाएगी। सरकार बनने पर उन्हें दायित्व दिया जाएगा।

उधर, डोईवाला सीट पर भाजपा के बागी प्रत्याशी सौरभ थपलियाल और सुभाष भट्ट ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। हालांकि भाजपा से बागी जितेन्द्र नेगी चुनाव मैदान में डटे हैं।कालाढूंगी से भाजपा के बागी गजराज बिष्ट ने नाम वापस ले लिया।किच्छा सीट पर भी सीटिंग एमएलए राजेश शुक्ला के खिलाफ भाजपा के बागी अजय तिवारी निर्दलीय ताल ठोंक रहे हैं।

घनसाली सीट पर भाजपा के बागी प्रत्याशी सोहन खंडेलवाल ने नाम वापस ले लिया है, जिससे भाजपा को कुछ राहत मिली है।लेकिन भाजपा के ही दर्शनलाल अब भी बागी प्रत्याशी के तौर पर घनसाली सीट पर बने हुए हैं। देवप्रयाग सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी पार्वती देवी, टिहरी सीट पर आप पार्टी के डमी प्रत्याशी युद्धवीर सिंह नेगी, प्रतापनगर सीट पर आप की डमी प्रत्याशी संगीता देवी, घनसाली सीट पर भाजपा के बागी सोहनलाल खंडेलवाल व आप के डमी प्रत्याशी ओमप्रकाश ने नाम वापस लिया है।

नरेंद्रनगर व धनोल्टी सीट पर किसी ने भी नाम वापस नहीं लिया है। धनोल्टी सीट पर भाजपा के बागी महावीर रांगड़ मैदान में डटे हैं।रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट से अब 12 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां कांग्रेस के बागी मातवर सिंह कंडारी चुनाव मैदान में डटे हैं।द्वाराहाट से निर्दलीय कैलाशचंद्र भट्ट, संजय सिंह भंडारी, रानीखेत से निर्दलीय हिमानी नैनवाल, सोमेश्वर से आम आदमी पार्टी के डमी केंडिडेट खीमपाल, अल्मोड़ा से आप के डमी केंडिडेट मनोज गुप्ता, जागेश्वर से निर्दलीय विमला पांडे ने मैदान छोड़ नाम वापस ले लिया है।

बागेश्वर में कांग्रेस के बागी भैरवनाथ टम्टा और बालकृष्ण मैदान में डटे हैं।कालाढूंगी सीट से भाजपा के बागी गजराज बिष्ट व एक निर्दलीय, हल्द्वानी से आम आदमी पार्टी की डमी प्रत्याशी स्मृति टिक्कू, नैनीताल से भुवन आर्य व मीनाक्षी, भीमताल से नंदा बल्लभ, रामनगर से गौरव रावत और रामनगर से एक निर्दलीय ने नाम वापस लिया।

जिले की छह सीटों से 64 प्रत्याशी चुनाव मैदान में जमे हैं।धारचूला में भाजपा के कैलाश सिंह का नाम वापस कराने में भाजपा विफल साबित हुई। धारचूला में आठ प्रत्याशी मैदान में हैं। पिथौरागढ़ सीट पर कोई नाम वापसी नहीं हुई। यहां पर सात प्रत्याशी मैदान में हैं। जिलेवार नामांकन के अनुसार मैदान में डटे प्रत्याशी... देहरादून–117, हरिद्वार– 110, यूएस नगर– 72, नैनीताल– 63, अल्मोड़ा–50, पौड़ी– 47, टिहरी-38, चमोली– 31, पिथौरागढ़– 28, रुद्रप्रयाग- 25, उत्तरकाशी- 23, बागेश्वर– 14, चम्पावत-14
ये भी पढ़ें
UP में पूर्व मंत्री का निधन, बेटे को टिकट नहीं मिलने से थे आहत