selection in up police: बागपत के सरूरपुरकलां गांव के कुल 36 युवक-युवतियों ने हाल ही में भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण करके उत्तरप्रदेश पुलिस बल (UP Police) में स्थान हासिल किया है। सबसे खास बात यह है कि इनमें से अधिकांश ने बिना किसी कोचिंग संस्थान में दाखिला लिए यह परीक्षा उत्तीर्ण की है। गांव के प्रधान जगवीर (Pradhan Jagveer) ने कहा कि हमारे गांव में एक भी कोचिंग संस्थान नहीं है, न ही हमारे पास पेशेवर शारीरिक प्रशिक्षक की सुविधा है। यहां के युवा खुद अभ्यास करते हैं।
युवाओं को फौज या पुलिस में जाने की चाहत : सुरूरपुर कलां गांव के प्रधान जगवीर ने बातचीत में कहा कि करीब 20-22 हजार आबादी वाले सरूरपुरकलां गांव के युवाओं को फौज या पुलिस में जाने की चाहत होती है, लेकिन युवाओं की पहली प्राथमिकता अब पुलिस है। उन्होंने कहा कि इस बार गांव के करीब 150 युवाओं ने पुलिस भर्ती का फॉर्म भरा था, जिनमें से 12 लड़कियों समेत कुछ 36 युवा सिपाही पद पर चयनित होने में सफल रहे।
दो बहनें भी पुलिस में : इस बार उत्तरप्रदेश पुलिस में चयनित होने वालों में गांव की भारती नैन बीएससी के बाद इतिहास में स्नातकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुकी हैं। भारती की बड़ी बहन पारुल दिल्ली पुलिस में 5 साल पहले भर्ती हुई थीं, जो छोटी बहन भारती नैन की प्रेरणा बन गईं। भारती नैन बताती हैं कि उनको को यह सपना पूरा करने के लिए कम संघर्ष नहीं करना पड़ा और कई बार विफलताएं झेलनी पड़ीं।
भारती ने कहा कि हर विफलता के बाद वह फिर से पूरी मेहनत के साथ आगे की तैयारी में जुट जाती थीं। वह घर से चंद कदम दूर स्थित एक मैदान में प्रतिदिन सुबह तीन किमी दौड़ लगातीं और फिर घर पर रहकर ऑनलाइन पढ़ाई करती थीं। भारती ने आखिरकार उत्तरप्रदेश पुलिस की लिखित परीक्षा पास की और अब शारीरिक परीक्षा में भी सफलता हासिल करके अपने सपने को साकार कर दिया।
गांव की ही कोमल शर्मा ने भी यूपी पुलिस भर्ती की परीक्षा पास कर ली है। कोमल कहती हैं कि मैंने दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ, चंडीगढ़ पुलिस, हरियाणा पुलिस, एसएससी स्टेनो, यूपीपीसीएल सहित कई भर्ती परीक्षाएं दीं। ज्यादातर परीक्षाओं में मामूली अंतर से चयन सूची से बाहर हो गई। पहली बार उत्तरप्रदेश पुलिस भर्ती की परीक्षा दी और सफलता मिल गई।
पुलिस भर्ती परीक्षा में उत्तीर्ण अंजलि बीएड की पढ़ाई कई साल पहले पूरी कर चुकी हैं। उनका कहना है कि वह शिक्षिका बनना चाहती थीं, लेकिन पिछले दो सालों से यूपीटेट की परीक्षा नहीं हुई है। अंजलि कहती हैं कि वह शिक्षिका बनने के लिए और ज्यादा इंतजार नहीं करना चाहती थीं इसलिए उन्होंने दिल्ली पुलिस और रिजर्व पुलिस बल की भर्ती परीक्षा के फॉर्म भरे लेकिन उन परीक्षाओं का अंतिम परिणाम अभी तक नहीं आया है। हालांकि, इस बीच उन्होंने उत्तरप्रदेश पुलिस भर्ती की परीक्षा दी जिसमें वह सफल हो गईं।
गांव के आर्यन नैन कहते हैं कि हमारे गांव के 36 युवा पुलिस में चयनित हुए हैं। इनमें 12 लड़कियां हैं। गांव के ही अभिषेक नैन यूपी पुलिस में चयनित होने के बाद से काफी खुश हैं। तैयारी कैसे की, यह पूछने पर अभिषेक कहते हैं कि गांव में न तो कोई मैदान है, न कोचिंग संस्थान और न ही पुस्तकालय। हमने तो घर में रहकर ही तैयारी की। घर से खेत तक रोजाना दौड़ लगाकर पसीना बहाया है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta