अबुधाबी: खिताब का प्रबल दावेदार लेकिन चोटिल खिलाड़ियों की समस्या से जूझ रहा इंग्लैंड अपने कुछ विशिष्ट खिलाड़ियों के सहारे टी20 विश्व कप में बुधवार को यहां होने वाले पहले सेमीफाइनल में निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने वाले न्यूजीलैंड पर हावी होने की कोशिश करेगा।
टी-20 विश्वकप में यह दोनों टीमें 5 बार आपस में भिड़ी हैं और 3 बार इंग्लैंड विजयी हुई है और 2 बार न्यूजीलैंड विजयी हुआ है। कुल 21 टी-20 मैचों में भी इंग्लैंड का पलड़ा भारी है। इंग्लैंड 13 तो न्यूजीलैंड सिर्फ 7 मैच जीत सकता है। एक मैच बेनतीजा रहा है।
इंग्लैंड को टूर्नामेंट से पहले ही खिताब का दावेदार माना जा रहा था और उसने अपनी इस ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन भी किया लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सुपर 12 के आखिरी मैच में हार से यह साफ हो गया कि इयोन मोर्गन की अगुवाई वाली टीम अजेय नहीं है।
चोटिल खिलाड़ियों से इंग्लैंड की मुसीबत बढ़ीसलामी बल्लेबाज जैसन रॉय के चोटिल होकर बाहर होने से इंग्लैंड को झटका लगा है। रॉय और जोस बटलर टूर्नामेंट की विस्फोटक सलामी जोड़ी रही है।रॉय विश्व कप से बाहर हो गये हैं और ऐसे में बटलर के साथ जॉनी बेयरस्टॉ पारी का आगाज करने के लिये उतर सकते हैं। इंग्लैंड के लिये बटलर, बेयरस्टॉ और मोईन अली जैसे खिलाड़ी विशेष रहे हैं जो अपने दम पर मैच का पासा पलटने का माद्दा रखते हैं।
रॉय की जगह सैम बिलिंग्स को मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में अंतिम एकादश में रखा जा सकता है। इंग्लैंड के लिये सकारात्मक पहलू यह है कि उसके अधिकतर बल्लेबाजों ने क्रीज पर समय बिताया है और वे सेमीफाइनल के लिये तैयार हैं।
गेंदबाजी में टायमल मिल्स के जांघ की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद टीम की चिंता बढ़ी है। मिल्स डेथ ओवरों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। यह एक ऐसा क्षेत्र होगा जिसका विरोधी टीम फायदा उठाना चाहेगी
मार्क वुड के पास गति है लेकिन मिल्स जैसी विविधता नहीं है। वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे महंगे गेंदबाज रहे थे। इंग्लैंड हालांकि उस हार को भुलाकर नये सिरे से शुरुआत करने की कोशिश करेगा।स्पिनर मोईन अली और आदिल राशिद की भूमिका अहम होगी। वे पावरप्ले और बीच के ओवरों में सफलताएं हासिल करके न्यूजीलैंड पर दबाव बनाना चाहेंगे।
दोनों टीमों के खिलाड़ियों के दिमाग में 2019 के वनडे विश्व कप के फाइनल की यादें भी ताजा होंगी जब इंग्लैंड ने अधिक बाउंड्री लगाने के कारण खिताब जीता था।न्यूजीलैंड के लिये वह दिल तोड़ने वाली हार थी लेकिन इसके बाद भी उसकी टीम ने आईसीसी की प्रतियोगिताओं में निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया है। इनमें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब भी शामिल है।
न्यूजीलैंड के पास निश्चित तौर पर टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं जिन्होंने भारत जैसी मजबूत टीम को 110 रन पर रोक दिया था। यहां तक कि अफगानिस्तान जैसी खतरनाक टीम भी उनके खिलाफ 125 रन ही बना पायी थी।
ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी की खतरनाक जोड़ी का सामना करना आसान नहीं है जो शानदार लाइन वे लेंथ से गेंदबाजी करते हैं। लॉकी फर्गुसन के चोटिल होने के कारण बाहर होने से उनकी रणनीति गड़बड़ा सकती थी लेकिन एडम मिल्ने ने उनकी कमी नहीं खलने दी। दोनों स्पिनर ईश सोढ़ी और मिशेल सेंटनर भी प्रभावी रहे हैं।
सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने उसकी तरफ से सर्वाधिक रन बनाये हैं जबकि उनके जोड़ीदार डेरिल मिशेल बहुत अच्छी फॉर्म में हैं।न्यूजीलैंड के बाकी बल्लेबाजों ने अब तक उतना प्रभाव नहीं छोड़ा है। यही कारण है कि स्कॉटलैंड और नामीबिया जैसी टीमों के खिलाफ जीत में चीनी कम थी।
कप्तान केन विलियमसन उसके भरोसेमंद बल्लेबाज हैं और वह सेमीफाइनल में महत्वपूर्ण योगदान देना चाहेंगे।
अबुधाबी की पिच बल्लेबाजी के लिये अनुकूल रही है और इस मैच में बड़े स्कोर बन सकते हैं।
टीमें इस प्रकार हैं :
इंग्लैंड: इयोन मोर्गन (कप्तान), मोइन अली, जॉनी बेयरस्टो, सैम बिलिंग्स, जोस बटलर, क्रिस जॉर्डन, लियाम लिविंगस्टोन, डाविड मालन, आदिल राशिद, जेम्स विन्से, डेविड विली, क्रिस वोक्स, मार्क वुड, टॉम कुरेन, रीस टॉपली।
न्यूजीलैंड: केन विलियमसन (कप्तान), टॉड एस्टल, ट्रेंट बोल्ट, मार्क चैपमैन, डेवोन कॉनवे, मार्टिन गुप्टिल, काइल जैमीसन, डेरिल मिशेल, जेम्स नीशाम, ग्लेन फिलिप्स, मिशेल सेंटनर, टिम सेफर्ट, ईश सोढ़ी, टिम साउदी, एडम मिल्ने।
मैच भारतीय समयानुसार शाम 7 बजकर 30 मिनट से शुरू होगा।