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Last Modified: नई दिल्ली , शुक्रवार, 24 जुलाई 2015 (18:35 IST)

पाल वान एस अधिकारिक रूप से बर्खास्त

पाल वान एस अधिकारिक रूप से बर्खास्त - Paul Van S
नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय पुरुष हॉकी टीम के कोच पाल वान एस अब भारतीय कोच नहीं रहे हैं और हॉकी इंडिया (एचआई) ने शुक्रवार को आधिकारिक रूप से उन्हें बर्खास्त कर दिया।
 
       
हॉलैंड के पाल वान को बर्खास्त किए जाने के साथ ही पिछले लगभग एक सप्ताह से उनको लेकर चल रहे प्रकरण का भी पटाक्षेप हो गया। पाल वान ने गत सोमवार को दावा किया था कि उन्हें एचआई के अध्यक्ष नरेंद्र ध्रुव बत्रा ने बर्खास्त कर दिया है लेकिन बत्रा ने बार बार कहा कि उन्हें बर्खास्त नहीं किया गया है और मामले पर फैसला एक समिति लेगी।
         
पूर्व ओलंपियनों और खिलाड़ियों को लेकर बनी हॉकी इंडिया की समिति ने शुक्रवार को अपनी बैठक के बाद अंतिम फैसला कर लिया कि पाल वान को राष्ट्रीय कोच पद से बर्खास्त किया जाता है। 
 
हॉकी इंडिया ने बेल्जियम के एंटवर्प में हुए एफआईएच हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल में भारतीय टीमों के प्रदर्शन की समीक्षा के लिए गत रविवार को विशेष समिति गठित की थी। 
 
पुरुष टीम सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद चौथे स्थान पर रही थी जबकि महिला टीम क्वार्टरफाइनल में हारने के बाद पांचवां स्थान पाने में कामयाब रही थी।
          
समिति की अध्यक्षता पूर्व ओलंपियन हरबिंदर सिंह ने की। समिति के अन्य सदस्यों में बी पी गोविंदा, वी भास्करन, एबी सुबैया, तोयबा सिंह, आरपी सिंह, असुंता लाकड़ा और जसजीत कौर शामिल थे। 
 
समिति को अपनी बैठक में टीम के प्रदर्शन की समीक्षा करनी थी लेकिन पिछले कुछ दिनों में कोच पाल वान को लेकर हुए  घटनाक्रम के बाद बैठक में कोच का मुद्दा ही छाया रहा।
         
54 वर्षीय पाल वान ने हॉलैंड में अपने घर से ई-मेल के जरिए भेजे गए बयान में कहा था कि मुझे बत्रा ने बर्खास्त किया है और मेरे पास वे सभी सबूत मौजूद हैं,  जो साफ कर देंगे कि मुझे जबरन हटाया गया है। यदि हॉकी इंडिया मुझे गलत साबित करने का प्रयास कर रहा है तो मैं बता दूं कि मेरे पास वे सबूत हैं, जो सारी हकीकत साफ कर देंगे। मैं इन्हें एचआई के अंतिम निर्णय के सामने आने के बाद सार्वजनिक कर दूंगा।
 
पाल वान ने साथ ही कहा 'बत्रा कह रहे हैं कि मुझे भारत लौटने के लिए  टिकट भेजे गए  हैं जबकि ऐसा कुछ नहीं है। यदि हॉकी इंडिया ने मुझे टिकट नहीं भेजे हैं तो मैं कैसे लौट सकता हूं। ये सब केवल कहानियां बनाई जा रही हैं। मैं लगातार हॉकी इंडिया के हाई परफार्मेंस निदेशक रौलेंट ओल्टमेंस के संपर्क में हूं। पिछले सप्ताह ही मुझे पता लगा था कि डॉ. बत्रा मुझे मुख्य कोच के रूप में नहीं चाहते हैं।' (वार्ता)