रविवार, 1 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. अन्य खेल
  3. समाचार
  4. Neeraj Chopra brought laurel to nation by becoming number one ranked Athlete of Javelin Throw
Written By
Last Updated : मंगलवार, 23 मई 2023 (13:19 IST)

नीरज चोपड़ा ने फिर ऊंचा किया भारत का सिर, जैविलिन थ्रो रैंकिंग में विश्व में पहुंचे शार्ष पर

नीरज चोपड़ा ने फिर ऊंचा किया भारत का सिर, जैविलिन थ्रो रैंकिंग में विश्व में पहुंचे शार्ष पर - Neeraj Chopra brought laurel to nation by becoming number one ranked Athlete of Javelin Throw
Olympian ओलंपिक चैंपियन Neeraj Chopra नीरज चोपड़ा विश्व एथलेटिक्स द्वारा जारी ताजा पुरुष भाला फेंक रैंकिंग में अपने करियर में पहली बार विश्व के नंबर एक खिलाड़ी बन गए हैं। चोपड़ा 1455 अंकों के साथ शीर्ष पर रहे। वह ग्रेनाडा के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स (1433) से 22 अंक आगे रहे। तोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले चेक गणराज्य के जैकब वडलेज्च 1416 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।चोपड़ा (25) पिछले साल 30 अगस्त को विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंच गए थे, लेकिन उसके बाद से पीटर्स को पछाड़ नहीं पाए थे।
नीदरलैंड में चार जून को एफबीके खेलों में भाग लेंगे नीरज चोपड़ा

इस महीने के शुरू में सत्र की अपनी पहली प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा चार जून को नीदरलैंड के हेंगेलो में होने वाले फैनी ब्लैंकर्स कोएन (एफबीके) खेलों में हिस्सा लेंगे।

भारत के इस 25 वर्षीय खिलाड़ी ने पांच मई को डायमंड लीग सीरीज के दोहा चरण में 88.67 मीटर भाला फेंक कर स्वर्ण पदक जीता था।एफबीके के आयोजकों ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर चोपड़ा की इस प्रतियोगिता में भागीदारी की जानकारी देते हुए कहा,‘‘ एक अन्य ओलंपिक चैंपियन हेंगेलो आ रहा है। जिनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 89.64 है और जो ओलंपिक चैंपियन है, वह नीरज चोपड़ा हमेशा नए लक्ष्य हासिल करते हैं।’’

एफबीके खेल विश्व एथलेटिक्स की महाद्वीपीय गोल्ड स्तर की प्रतियोगिता है जिसका नाम फैनी ब्लैंकर्स कोएन के नाम पर रखा गया है जिन्होंने लंदन में 1948 के ओलंपिक खेलों में चार स्वर्ण पदक जीते थे।मौजूदा डायमंड लीग चैंपियन चोपड़ा एफबीके खेलों में फिर से मौजूदा विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स का सामना करेंगे जो दोहा में 85.88 मीटर भाला फेंक कर तीसरे स्थान पर रहे थे।(भाषा)
ये भी पढ़ें
धोनी के धुरंधर कभी नहीं हरा पाए हैं गुजरात को, आज गिल के सामने होगी अग्नि परीक्षा