INDvsNZन्यूजीलैंड का भारत दौरा शुरु हुआ तो बैंगलूरू में 8 विकेट की जीत से सीरीज शुरु करने वाली मेहमान टीम ने 36 साल बाद भारतीय जमीन पर टेस्ट मैच जीता था।भारत में टेस्ट मैच जीतने वाले टॉम लेथम न्यूजीलैंड के तीसरे कप्तान हैं। इस से पहले 1969 में ग्राहम डाउलिंग और 1988 में पूर्व भारतीय कोच जॉन राइट ने यह कारनामा किया था।
पुणे में जब न्यूजीलैंड टीम ने 113 रनों से भारत को हराया तो टीम ने पहली बार भारतीय टीम को उसकी सरजमीन पर टेस्ट सीरीज में कब्जा जमाया। लेकिन मुंबई में तो कीवी टीम ने कमाल ही कर दिया। टीम ने मेजबान को 147 रन भी नहीं बनाने दिए और 25 रनों से अंतिम टेस्ट जीतकर सूपड़ा साफ कर दिया।
न्यूजीलैंड पहली ऐसी टीम बनी जिसने भारत को 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में उसके घर पर ही सूपड़ा साफ किया। जो टीम 68 सालों से भारत में 2 टेस्ट मैच जीती वह कुल 10 दिनों में 3 टेस्ट मैच जीत गई। पहला मैच 4 तो अंतिम दो टेस्ट 3-3 दिन तक चले।
भारत पर 3-0 से ऐतिहासिक जीत के बाद लैथम ने कहा, घर पहुंचने पर जीत की खुशी ज्यादा होगीभारत के खिलाफ श्रृंखला में 3-0 की ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने रविवार को कहा कि इस उपलब्धि की अहमियत उन्हें घर लौटने पर ही महसूस होगी।बेंगलुरू में पहले टेस्ट में भारत को आठ विकेट से हराने के बाद न्यूजीलैंड ने पुणे और मुंबई में स्पिन के अनुकूल पिचों पर क्रमश: 113 रन और 25 रन से जीत दर्ज की।
लैथम ने यहां मीडिया से कहा, यह एक बड़ी उपलब्धि है। पहले टेस्ट के बाद यह निश्चित रूप से काफी विशेष जीत थी। फिर श्रृंखला जीतना तो और भी खास है।उन्होंने कहा, हमने यहां जितना संभव हो सके उतना अनुकूल होने की कोशिश की और मैं 3-0 से श्रृंखला जीतने को कभी नहीं भूलूंगा।
लैथम ने कहा, हम निश्चित रूप से आज रात मिलकर इस जीत का जश्न मनायेंगे और यह जश्न स्वदेश लौटने के बाद अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा। यह निश्चित रूप से एक अद्भुत श्रृंखला रही है जिसका हिस्सा बनना शानदार है। जब हम घर लौटेंगे तो यह जीत और भी ज्यादा महत्वपूर्ण लगेगी।
लैथम ने कहा, यह निश्चित रूप से न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए एक शानदार पल है। शायद न्यूजीलैंड क्रिकेट की श्रृंखला में सबसे बड़ी जीत में से एक है।
हम यहां आक्रामक बल्लेबाजी करना चाहते थे: टॉम लैथम भारत के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में 3-0 से सूपड़ा साफ करने से बेहद खुश न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने कहा कि उनके खिलाड़ी गेंद और बल्ले से आक्रामक और सक्रिय होकर मौके का फायदा उठाने में सफल रहे।
भारतीय टीम जीत के लिए 147 रन का पीछा करते हुए अपनी दूसरी पारी में 121 रन पर आउट हो गयी। इस 25 रन की हार के साथ ही भारतीय टीम का घरेलू सरजमीं पर कम से कम तीन मैचों वाली टेस्ट श्रृंखला में पहली बार क्लीन स्वीप हुआ है।
लैथम ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, बहुत बहुत खुश हूं। श्रृंखला की शुरुआत से लेकर इस स्थिति तक पहुंचने के लिए खिलाड़ियों ने बहुत अच्छा काम किया है। मुंबई में इस जीत को हासिल करना और भी खास है। हम बल्ले और गेंद से मिली चुनौती से निपटने में सफल रहे।
उन्होंने कहा, हमारी टीम हर मैदान की परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने में सफल रही। खिलाड़ियों ने जिस तरह से अलग अलग परिस्थितियों में ने खुद को ढाला वो शानदार हैं। यह पूरी तरह से टीम प्रयास है। पिछले मैच में मिच ( मिचेल सैंटनर) और इस मैच में एजाज (पटेल) ने बढ़िया प्रदर्शन किया। हम यहां आक्रामक रूख अपनाना चाहते थे। बल्ले से आक्रामक रूख अपनाने के साथ हम गेंद से सजग प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे थे।
इस श्रृंखला से पहले न्यूजीलैंड को श्रीलंका में 0-2 की करारी शिकस्त मिली थी। लैथम ने श्रीलंका में टीम के प्रदर्शन का बचाव किया।उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि हमने वहां खराब प्रदर्शन किया। भारत दौरे पर टॉस हमारे पक्ष में रहा और हम मैच में दबदबा बनाने के लिए रन बनाने में सफल रहे।