अंतरराष्ट्रीय मैत्री फुटबॉल मुकाबले में जॉर्डन से कड़े संघर्ष में हारा भारत
अम्मान। भारत को विश्व रैंकिंग में 112वें नंबर की टीम जॉर्डन से अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैत्री फुटबॉल मुकाबले में शनिवार को कड़े संघर्ष में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा है।
फीफा रैंकिंग में 97वें नंबर की टीम भारत ने 2 गोल से पिछड़ने के बाद गोल किया लेकिन उसे मैच में बराबरी का गोल नहीं मिल पाया। मेजबान जॉर्डन के लिए आमेर शफी ने 25वें और एहसान हद्दाद ने 58वें मिनट में गोल किए जबकि भारत का एकमात्र गोल नीशू कुमार ने 61वें मिनट में किया।
किंग अब्दुल्लाह इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में भारत को जहां एक ओर अपने सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर सुनील छेत्री की कमी खली, जो टखने की चोट के कारण 2 सप्ताह के लिए मैदान से बाहर हो चुके हैं वहीं 4 अनुभवी खिलाड़ियों के नहीं खेल पाने से उसकी स्थिति मैच में और खराब हो गई।
भारतीय स्ट्राइकर जेजे लालपेखलुआ, अनुभवी स्ट्राइकर बलवंत सिंह और टीम के 2 नियमित विंगर उदांता सिंह और हालीचरण नरजारी सभी को कुवैत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 32 घंटों तक लंबा इंतजार करना पड़ गया जिसकी थकान के कारण चारों भारतीय खिलाड़ी जॉर्डन के खिलाफ अहम मुकाबले में नहीं खेल सके। भारी बारिश और तूफान के कारण विमान उड़ान में देरी हुई थी।
जनवरी 2019 में संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले एशिया कप की तैयारियों के सिलसिले में यह मैच आयोजित किया गया। भारत ने हाल में पहली बार चीन का दौरा किया था और अक्टूबर में चीन के साथ खेला गया मुकाबला गोलरहित ड्रॉ रहा था।
भारतीय टीम राजधानी दिल्ली में 3 दिन के शिविर में अभ्यास करने के बाद 2 समूहों में जॉर्डन पहुंची थी। टीम में जैकीचंद सिंह और नीशू कुमार 2 नए चेहरे थे। नीशू ने सीनियर टीम के साथ पदार्पण किया और 61वें मिनट में गोल कर इस पदार्पण को यादगार बना लिया। (वार्ता)