स्पर्शकाल : सूर्य ग्रहण का प्रारंभ 30 अप्रैल को 00:15:19 बजे से होगा। कुछ विद्वानों के अनुसार यह समय 1 मई निर्धारित किया गया है।
मोक्षकाल : सूर्य ग्रहण की समाप्ति 04:07:56 हो होगी।
ग्रहण का समय : यह ग्रहण दोपहर 12.15:19 मिनट पर शुरू होगा तथा शाम 04.07:56 मिनट पर समाप्त होगा।
सूतक : यह पहला सूर्यग्रहण दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी पश्चिमी हिस्से, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका में नजर आएगा। क्योंकि भारत में इस सूर्य ग्रहण की दृश्यता शून्य होगी इसलिए यहां पर इसका सूतक काल प्रभावी नहीं माना जाएगा। सूतककाल सूर्य ग्रहण लगने के 12 घंटे पूर्व की प्रारंभ हो जाता तो समाप्ति तक रहना है।
किसे कहते हैं सूर्य ग्रहण : वैज्ञानिकों के अनुसार धरती सूरज की परिक्रमा करती है और चंद्रमा धरती की परिक्रमा करता है। जब सूर्य और धरती के बीच चंद्रमा आ जाता है तो वह सूर्य की रोशनी को कुछ समय के लिए ढंक लेता है। इस घटना को ही सूर्य ग्रहण कहते हैं।