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Written By WD Feature Desk
Last Modified: बुधवार, 30 जुलाई 2025 (15:19 IST)

राहु और मंगल का षडाष्टक योग क्या होगा 12 राशियों का राशिफल

mars transit in virgo 2025
Rahu mangal shadashtak rashifal 2025: जब दो ग्रह एक-दूसरे से छठे या आठवें भाव में होते हैं, तब षडाष्टक योग बनता है। 28 जुलाई 2025 को मंगल का कन्या में गोचर हुआ है जहां पहले से कुंभ में विराजमान राहु के साथ उसका फिर से षडाष्टक योग बन रहा है। यह योग 13 सितंबर तक बना रहेगा। इस योग के चलते सभी राशियों पर इसका शुभ और अशुभ फल होगा।
 
1. मेष राशि: आपकी कुंडली के आठवें भाव के भी स्वामी मंगल का छठे भाव में गोचर हुआ है। इसके परिणाम स्वरूप स्वर्ण और तांबे का लाभ हो सकता है। आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। सेहत अच्छी बनी रहेगी। शत्रुओं को परास्त होते देखेंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। घर परिवार में अच्‍छा माहौल रहेगा। हालांकि आपको अपनी वाणी पर संयम रखना होगा।ALSO READ: शनि मंगल का समसप्तक और राहु मंगल का षडाष्टक योग, भारत को करेगा अस्थिर, 5 कार्य करें
 
2. वृषभ राशि: आपकी कुंडली के सातवें और द्वादश भाव के स्वामी मंगल का पंचम भाव में गोचर हुआ है। इसके के परिणाम स्वरूप संतान को लेकर आप चिंतित रहेंगे और प्रेम संबंधों में हैं तो सतर्क रहने की जरूरत है। मित्रों से किसी भी प्रकार का विवाद होने की संभावना है। विद्यार्थियों और शिक्षकों को परेशानी खड़ी हो सकती है। यदि खान-पान अच्‍छा है तो सेहत भी अच्छी रहेगी।
 
3. मिथुन राशि: मंगल का गोचर मिथुन राशि वालों के चौथे भाव में हुआ है। ऐसे में मिथुन राशि वालों को घरेलू मामलों में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। किसी से भी वाद विवाद न करें। अनावश्यक खर्चे होंगे। साज सजावट पर खर्च होगा। वाहन चलाते वक्त सावधानी रखें। कार्यस्थल पर भी सतर्कता बरतने की जरूरत है। वाणी पर संयम रखें। यदि सावधानी नहीं रखते हैं तो भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
 
4. कर्क राशि: आपकी कुंडली के तीसरे भाव में मंगल का गोचर हुआ है। ऐसा मंगल धन लाभ करवाने का काम कर सकता है, क्योंकि मंगल आपके कर्म स्थान का स्वामी होकर पराक्रम स्थान पर आया है। इसके चलते अटके हुए कार्य भी पूर्ण होने लगेंगे। यात्राओं से लाभ होगा। भाई बहनों से संबंध को बनाकर रखें। सेहत अच्‍छी बनी रहेगी।ALSO READ: मंगल और राहु का षडाष्टक योग, 3 राशियों के लिए बेहद शुभ
 
5. सिंह राशि: आपकी कुंडली के चतुर्थ और नवम यानी भाग्य भाव के स्वामी मंगल दूसरे भाव में यानी धन के भाव में गोचर हुआ है। यदि आप अपनी वाणी पर संयम रखकर बातचीत का तौर-तरीका सभ्य बनाकर रखेंगे तो आपको लाभ होगा। घर परिवार में भी शांति बनी रहेगी। नौकरी में भी लाभ होगा। कारोबारी हैं तो मुनाफा कमाने में कामयाब होंगे। बस शर्त यही है कि आपको अपना व्यवहार सही रखना होगा।
 
6. कन्या राशि: आपकी कुंडली के तीसरे तथा आठवें भाव के स्वामी मंगल का पहले भाव में गोचर आपके स्वभाव में परिवर्तन लाएगा। वाहन चलाते वक्त सावधानी रखने की जरूरत है। क्रोध और वाणी को काबू में रखना होगा। जीवनसाथी के साथ अपने व्यवहार को संयमित रखना होगा। किसी भी प्रकार का विवाद हो सकता है। साझेदारी के व्यापार में भी सतर्कता से काम लें।
 
7. तुला राशि: तुला राशि के लोगों के लिए मंगल का गोचर बारहवें भाव में हुआ है। ऐसे में तुला राशि वालों को अपने खर्चों पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। खानपान पर ध्यान नहीं देंगे तो कोई गंभीर रोग की चपेट में आ सकते हैं। विदेश से जुड़े मामले में मानसिक तनाव हो सकता है। बेहतर होगा कि आप 13 सितंबर तक सोच समझकर ही कार्य करें।
 
8. वृश्चिक राशि: आपकी कुंडली के लग्न और छठे भाव के स्वामी मंगल का एकादश यानी आपके लाभ भाव में गोचर हुआ है। इसके परिणाम स्वरूप आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। व्यापार व्यवसाय में आपको अच्छा मुनाफा मिल सकता है। सेतह अच्छी बनी रहेगी। जमीन जायदाद से संबंधित मामलों में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। भाई-बंधुओं से सहयोग मिल सकता है।
 
9. धनु राशि: धनु राशि के लोगों के लिए मंगल का गोचर दसवें भाव में हुआ है। वैसे तो दसवें भाव का मंगल उच्च का होता है परंतु षडाष्टक योग होने के कारण धनु राशि के जातकों को कार्यस्थल पर सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। कार्यस्थल में नौकरी और व्यापार दोनों ही आते हैं। यानी कार्यस्थल पर किसी से बहस करने से बचे और सोच समझकर लेन देन करें। अपने कार्य पर ही फोकस रखें और पहले से ज्यादा मेहनत करें। 
 
10. मकर राशि: मंगल का गोचर नौवें भाव में हुआ है। ऐसे में मकर राशि वालों को व्यर्थ की यात्रा करने से बचना चाहिए। यात्रा को टालना ही बेहतर होगा क्योंकि आपको चोट आदि लगने की संभावनाएं हैं। यदि जरूरी हो तो ही यात्रा करें और वह भी पूरी सतर्कता और सुरक्षा के साथ। वाहन चलाते वक्त सावधानी रखें। 
 
11. कुंभ राशि: आपकी कुंडली के तीसरे तथा दशम भाव के स्वामी मंगल का अष्टम भाव में गोचर हुआ है। भाई-बंधुओं, पड़ोसियों और मित्रों से किसी भी प्रकार का विवाद होने की संभावना है। व्यापारी हैं तो लापरवाही से नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्रोधी स्वभाव घर परिवार के लोगों से संबंध बिगाड़ देगा। धन का नुकसान हो सकता है। वाहन चलाते वक्त सावधानी रखें।
 
12. मीन राशि: मंगल का गोचर मीन राशि वालों के सातवें भाव में हुआ है। मीन राशि के जातकों को अपने संबंधों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। खासकर जीवनसाथी के साथ अपने संबंध को लेकर सतर्क रहें। किसी भी प्रकार का विवाद न करें। धैर्य और समझदारी से काम लें। इसी के साथ ही साझेदारी के व्यापार में भी सावधानी से रहें। क्रोध और वाणी पर‍ नियंत्रण रखें।
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