शनि मंगल का समसप्तक और राहु मंगल का षडाष्टक योग, भारत को करेगा अस्थिर, 5 कार्य करें
Kanya rashi me mangal ka prabhav: 28 जुलाई 2025 मंगल के कन्या राशि में जाने से पहले से मीन में विराजमान शनि ग्रह के साथ मंगल का समसप्तक योग बना है। दूसरी ओर कुंभ में पहले से विराजमान राहु के साथ मंगल का षडाष्टक योग भी बना है। यह दोनों योग तब भी थे जब पहलगाम पर आतंकी हमला हुआ था और फिर भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। इसी तरह का योग फिर से बना है जोकि 13 सितंबर तक रहेगा। इस योग के चलते देश और दुनिया में बड़े स्तर पर फिर से कोई परिवर्तन होते हुए देखेंगे।
1. आतंकी घटना और युद्ध: राहु और मंगल का षडाष्टक योग जहां आगजनी और आतंकवाद की घटनाओं को जन्म देगा वहीं शनि और मंगल का समसप्तक योग युद्ध के हलात पैदा कर सकता है। जब भी मंगल का शनि, राहु और केतु के साथ टकराव होता है तो देश और दुनिया में आतंकी हमला और युद्ध जैसी घटनाएं होती हैं।
2. राजनीतिक अस्थिरता: भारत में विपक्ष के द्वारा सरकार के सामने कानून व्यवस्था बनाए रखने यानी "लॉ एंड ऑर्डर" की चुनौती खड़ी कर दिए जाने की संभावना है। इसी के चलते लोगों में अनावश्यक असंतोष और क्रोध बढ़ जाएगा। जिसके चलते देश में सत्ता विरोधी आंदोलन तेज होंगे और इसके परिणाम स्वरूप देश में अशांति का माहौल बनेगा। राजनीतिक उथल-पुथल होगी। इसका फायदा शत्रु देशों को मिलेगा।
3. प्राकृतिक आपदा: देश के समुद्री क्षेत्रों में तूफान बढ़ने की संभावना है। जिसके चलते भूस्खलन और भूकंप आने की संभावना भी बढ़ जाएगी।
4. घटना दुर्घटना: देश में राहु और मंगल के कारण आगजनी की घटनाएं या कोई बड़ी दुर्घटना भी देखने को मिल सकती हैं। यात्रा करने वाले सावधान रहें। किसी घटना या दुर्घटना की संभावना वाली जगहों से जाने से बचकर रहे।
5. स्कूल और शिक्षा: भारत में शिक्षण संस्थानों और परीक्षा को लेकर कोई नकारात्मक खबर मिलने की संभावना है, क्योंकि भारत की कुंडली में मंगल पंचम भाव में गोचर करेगा। शनि के प्रभाव में मंगल नकारात्मक परिणाम ही देता है।
उपरोक्त ग्रह गोचर के चलते 5 कार्य करें:
1. अनावश्यक यात्राओं से बचकर रहें।
2. किसी भी प्रकार की अफवाह और प्रोपेगेंडा से बचकर रहें।
3. धन की बचत करके रखें। अनावश्यक खर्चा न करें।
4. अपने कार्य के प्रति ईमानदारी और फोकस बनाकर रखें।
5. परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझकर लोगों से अच्छा व्यवहार करें और विवाद से बचकर रहें।