सर्वपितृ तर्पण की महातिथि आज
सबसे महत्वपूर्ण दिन
श्राद्घ पक्ष का सबसे महत्वपूर्ण दिन सर्वपितृ अमावस्या आज है। उज्जैन में रामघाट, सिद्घवट और गया कोठा तीर्थ पर उज्जैन सहित आसपास के शहरों से भी हजारों लोग पितृ तर्पण के लिए आएँगे।उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र और गुरुवार का संयोग होने से इस बार सर्वपितृ अमावस्या का महत्व और भी अधिक है। गुरुवार अलसुबह से ही सिद्घवट, रामघाट और गया कोठा तीर्थ पर श्राद्घ करने वाले श्रद्घालुओं की भीड़ जुटना प्रारंभ हो जाएगी।
पं. राजेश त्रिवेदी के मुताबिक सर्वपितृ अमावस्या तिथि पर जिन भी मृतात्माओं की तिथि मालूम न हो उनका श्राद्घ करने का विधान है।इस दिन अग्नि, कुर्म एवं ब्राह्मण पुराण के अनुसार गुरुवार को श्राद्घ से विद्या, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में श्राद्घ से संतान व श्रेष्ठता प्राप्त होती है तथा अमावस्या तिथि से सर्वकामाक्ष की प्राप्ति होती है, लिहाजा गुरुवार का दिन श्राद्घ के लिए अधिक महत्वपूर्ण है।