मुंबई। कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को अधिकांश समय तक गिरावट रहने के बाद अंतिम क्षणों में लिवाली से नुकसान की काफी हद तक भरपाई हो गई। खासकर रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के शेयरों में तगड़ी खरीदारी हुई। इसके बावजूद दोनों प्रमुख सूचकांक नुकसान के साथ ही बंद हुए।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के अंत में 103.90 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,702.29 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 703.51 अंक तक लुढ़क गया था लेकिन निचले स्तर पर खरीदारी होने से इसने नुकसान की काफी हद तक भरपाई कर ली। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 35.15 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की गिरावट रही और यह 18,385.30 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल कुल 30 कंपनियों में से 21 को नुकसान हुआ। टाटा मोटर्स को सर्वाधिक 1.75 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा। हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो, भारती एयरटेल, मारुति सुजुकी, एनटीपीसी, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस और टाटा स्टील भी में गिरावट का रुख रहा।
दूसरी तरफ टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक, ऐक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक 1.29 प्रतिशत तक की बढ़त लेने में सफल रहे। व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप में 0.27 प्रतिशत और स्मॉलकैप में 0.02 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बैंक ऑफ जापान ने अप्रत्याशित रूप से 10 वर्षीय बॉन्ड प्रतिफल में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि कर सबको चौंका दिया। इससे वैश्विक बाजारों में बिकवाली को समर्थन मिला, जो फेडरल रिजर्व की टिप्पणियों से पहले से ही दबाव में हैं।
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि वैश्विक संकेतों से घरेलू बाजार अधिकांश समय दबाव में रहे लेकिन शुरुआती नुकसान की भरपाई करने में काफी हद तक सफल रहे। नए सकारात्मक कारकों के अभाव में बाजार इस तरह बर्ताव कर रहा है।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। सोमवार को अमेरिकी बाजारों में भी नुकसान रहा था।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.65 प्रतिशत चढ़कर 80.32 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी रखा है। शेयर बाजारों से मिले आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने सोमवार को 538.10 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta