पोप ने चूमा यूक्रेन का झंडा, कहा- यह शहीदों के शहर बूचा से आया है, उन्हें न भूलें
वेटिकन सिटी। पोप फ्रांसिस ने बुधवार को यूक्रेन के बूचा शहर से लाए गए एक खस्ताहाल यूक्रेनी ध्वज को चूमा और युद्ध खत्म करने की अपील की। फ्रांसिस ने वेटिकन ऑडियंस हॉल में अपने संबोधन के अंत में कुछ यूक्रेनी बच्चों को मंच पर बुलाया और उन्हें चॉकलेट दीं। उन्होंने इन बच्चों और सभी यूक्रेनी नागरिकों की सलामती के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध किया।
फ्रांसिस ने सभा से कहा कि इन बच्चों को सुरक्षित स्थान की तलाश में भागना पड़ा। युद्ध का यह परिणाम है। फ्रांसिस ने अपने हाथ में यूक्रेन का एक खस्ताहाल झंडा ले रखा था। उन्होंने बताया कि यह झंडा मंगलवार को बूचा से वेटिकन लाया गया था।
पोप ने ध्वज को चूमते हुए कहा कि यह ध्वज युद्धभूमि से आया है। यह शहीदों के शहर बूचा से आया है। उन्हें न भूलें। यूक्रेन के लोगों को न भूलें।
चीन ने कहा- मौतों की जांच की जाए : दूसरी ओर, चीन ने कहा कि यूक्रेन के बूचा में नागरिकों की मौत की खबरें और तस्वीरें बेहद परेशान करने वाली हैं, साथ ही उसने इसकी जांच की अपील की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिज़ान ने कहा कि चीन देश में मानवीय संकट को कम करने वाली सभी पहलों तथा उपायों का समर्थन करता है और नागरिकों को किसी भी नुकसान से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करना जारी रखने के लिए तैयार है।
यूक्रेन की राजधानी कीव के उपनगर बुचा से सामने आई नागरिकों के शवों की भयावह तस्वीरों तथा वीडियो के बाद रूस के बड़े समर्थक माने जाने वाले चीन पर दबाव और बढ़ गया है। चीन ने रूस के आक्रमण की निंदा किए बिना बातचीत का रास्ता अपनाने का आह्वान किया है।
संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत झांग जून से मेल खाती है। जून ने भी बूचा में नागरिकों की मौत की खबरों तथा सामने आई तस्वीरों को झकझोरने वाली बताया था और जांच का आह्वान किया था।