नए साल के जश्न के लिए क्यों गोवा छोड़ लोग आ रहे वाराणसी? कारण जानकर आपका भी हो जाएगा बनारस जाने का मन
New Year Celebration at Varanasi
New Year Celebration at Varanasi : पारंपरिक रूप से नए साल का जश्न मनाने के लिए गोवा पहली पसंद हुआ करती थी। गोवा के बीचेज, नाइटलाइफ और पार्टी कल्चर, नए साल के जश्न के लिए बहुत आकर्षण पैदा करते रहे हैं । नए साल से बहुत पहले ही गोवा में होटल बुकिंग फुल हो जाती है और दिसंबर जनवरी के महीने में वहां पर्यटकों की खासी भीड़ होती है।
लेकिन हाल के वर्षों में इस ट्रेंड में बदलाव देखने को मिल रहा है। अब लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए गोवा की बजाय वाराणसी की ओर रुख कर रहे हैं। आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण।
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आध्यात्मिकता की तलाश: यहां कई धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं, जो लोगों को आध्यात्मिक रूप से समृद्ध करते हैं।
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मन की शांति: वाराणसी सदियों से आध्यात्मिकता का केंद्र रहा है। यहां आकर लोगों को मन की शांति मिलती है।
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भारतीय संस्कृति से जुड़ाव: वाराणसी भारत की प्राचीनतम नगरी है और इसका धार्मिक महत्व बहुत अधिक है।
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गंगा आरती: गंगा आरती में शामिल होना एक अद्भुत अनुभव होता है।
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काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन: काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करके लोग नए साल की शुरुआत शुभ मानते हैं।
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वाराणसी में और क्या है खास?
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सस्ती यात्रा: वाराणसी में यात्रा करना अन्य पर्यटन स्थलों की तुलना में सस्ता है।
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स्वादिष्ट भोजन: यहां का स्थानीय भोजन बहुत स्वादिष्ट होता है।
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शांतिपूर्ण वातावरण: वाराणसी में शांतिपूर्ण वातावरण मिलता है, जो लोगों को तनाव मुक्त महसूस कराता है।
वाराणसी में आकर लोग आध्यात्मिकता, संस्कृति और मन की शांति का अनुभव करते हैं। यही कारण है कि नए साल का जश्न मनाने के लिए अब लोग गोआ की जगह वाराणसी को एक बेहतरीन विकल्प मान रहे हैं।