देश के लिए शहादत से बड़ा कोई बलिदान नहीं : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को 'कारगिल विजय दिवस' के अवसर पर युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को नमन करते हुए कहा कि देश की रक्षा करते हुए वीरगति प्राप्त करने से बड़ा कोई बलिदान नहीं है।
मुख्यमंत्री ने 'कारगिल शहीद स्मृति वाटिका' में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि देश की रक्षा करते हुए शहीद होने से बड़ा कोई बलिदान नहीं है। भारतमाता की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले सैनिकों के परिजन को राज्य सरकार हरसंभव मदद उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने कहा कि युद्धकाल के दौरान अदम्य साहस, वीरता और शौर्य का प्रदर्शन करने वाले सैनिकों को विभिन्न प्रकार के वीरता पदक दिए जाते हैं लेकिन शांतिकाल के दौरान भी आतंकवादी घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं सहित कई ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं जिनमें सैनिक अपनी कर्मठता, शौर्य, पराक्रम तथा कर्तव्यपरायणता का परिचय देते हुए देशसेवा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा देते हैं।
योगी ने कहा कि इस धरती पर अनेक वीर सपूतों ने जन्म लिया जिन्होंने देश को विदेशी आक्रांताओं से बचाने में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। देश की एकता और अखंडता की रक्षा करना हर भारतीय का कर्तव्य होना चाहिए। हम सभी के लिए ये वीर सैनिक प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'कारगिल विजय दिवस' भारत के शौर्य, पराक्रम, स्वाभिमान और सम्मान का दिवस है। वर्ष 1999 में आज ही के दिन पाकिस्तान की कायरतापूर्ण हरकत का जवाब देते हुए भारतीय सैनिकों ने अपनी विजय पताका फहराई थी। इसमें उत्तरप्रदेश के भी अनेक वीरों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ राष्ट्र भावना से जुड़ी विभिन्न पहलुओं की प्रेरक जानकारियां भी उपलब्ध कराई जानी चाहिए जिससें कि नई पीढ़ी में राष्ट्रभक्ति की भावना प्रबल हो सके। (भाषा)