नववर्ष से पहले पर्यटकों से गुलजार हुआ औली
गोपेश्वर। नए साल पर बर्फ का लुत्फ उठाने के लिए औली में पर्यटकों का हुजूम उमड़ आया है। नववर्ष से एक दिन पहले रविवार को ही औली के लगभग सभी बड़े होटल और लॉज पर्यटकों से भर गए हैं। हालांकि जोशीमठ से औली के बीच का रोप-वे खराब होने और सड़क मार्ग पर गड्ढे होने से पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
औली में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है और कुछ दिन पहले गिरी हल्की बर्फ जमी हुई है। ऐसे में रविवार दोपहर आसमान में बादल छाने से बर्फबारी देखने की चाहत रखने वाले पर्यटकों के चेहरे उम्मीद से खिलने लगे हैं।
देहरादून से 300 किलोमीटर की दूरी के बाबजूद औली पहुंचने वाले पर्यटकों को हालांकि यहां सुविधाओं का अभाव खटक रहा है। इस सड़क के अनेक स्थानों पर गड्ढे होने से हिचकोले खाते वाहनों से औली पहुंचना पर्यटकों को सबसे अधिक खल रहा है।
चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने यहां अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें जोशीमठ से औली के बीच के मोटर मार्ग दुरूस्त करने के आदेश दिए।
मुख्य पर्यटन सत्र में जोशीमठ से औली के बीच का रोप-वे भी खराब पड़ा है जिससे जोशीमठ से औली के लिए मोटर मार्ग ही एकमात्र विकल्प है।
जिलाधिकारी स्वाति ने सड़क पर पाला हटाने के लिए चूना और नमक के छिड़काव के निर्देश देने के साथ ही बर्फ गिरने की स्थिति में सड़क से बर्फ हटाने के लिए स्नो कटर मशीनों को तैयार रखने के भी निर्देश दिए।
औली के अलावा इस बार चमोली जिले के ग्वालदम जैसे छोटे-छोटे पर्यटक नगरों और कस्बों में भी पर्यटक साल को विदा करने के जश्न को मनाने पहुंच रहे हैं। बांज बुरांश और देवदार के जंगलों से भरे ग्वालदम से हिमालय का विहंगम दृश्य दिखाई देता है। ग्वालदम के अलावा मुन्दोली, मण्डल, मोहनखाल-पोखरी और चोप्ता भी पर्यटकों की पसंदीदा जगह बन गए हैं। (भाषा)