ईमानदार रहें, समर्थकों को पांव न छूने दें... जानिए और क्या-क्या निर्देश दिए हैं तेजस्वी ने मंत्रियों को
पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कोटे से मंत्री बने मंत्रिमंडल में अपने सहयोगियों के लिए दिशा-निर्देशों की एक सूची जारी की है। तेजस्वी के इस कदम को स्पष्ट रूप से अपनी पार्टी की छवि बदलने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
राजद नेता ने अपने आधिकारिक टि्वटर अकाउंट पर यह दिशा-निर्देश जारी किए। तेजस्वी ने बिहार सरकार में राष्ट्रीय जनता दल के कोटे से मंत्री बने पार्टी नेताओं को विभाग में अपने लिए कोई नया वाहन नहीं खरीदने का निर्देश दिया है।
मंत्रियों को कहा गया है कि वे इस बात का ध्यान रखें कि वह उनसे मिलने आने वाले आयु में उनसे बड़े कार्यकर्ताओं, शुभचिंतकों, समर्थकों अथवा किसी भी अन्य व्यक्ति को पांव नहीं छूने देंगे। शिष्टाचार और अभिवादन के लिए हाथ जोड़कर प्रणाम, नमस्ते व आदाब की परंपरा को ही बढ़ावा देंगे।
तेजस्वी ने कहा कि नमस्ते या आदाब के साथ ही अभिवादन का आदान-प्रदान किया जाना चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने मंत्रियों के लिए यह निर्देश ऐसे समय में जारी किए हैं जब कई मंत्रियों के खिलाफ लंबित आपराधिक मामलों को लेकर उनकी पार्टी विपक्ष की आलोचना का सामना कर रही है।
तेजस्वी ने सभी मंत्रियों से आग्रह किया है कि उनका सभी के साथ सौम्य और शालीन व्यवहार हो तथा बातचीत सकारात्मक रहे। मंत्रियों को निर्देश दिया गया है कि वे सादगी से पेश आते हुए सभी जातियों और धर्मों के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की प्राथमिकता के आधार पर मदद करेंगे।
राजद नेताओं से कहा गया है कि वे किसी से भेंट स्वरूप गुलदस्ता लेने-देने के स्थान पर किताबों और कलमों के आदान-प्रदान को बढ़ावा दें। तेजस्वी ने कहा कि मंत्री सभी विभागीय कार्यों में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ईमानदारी, पारदर्शिता, तत्परता और त्वरित क्रियान्वयन की कार्यशैली को बढ़ावा दें।
इसके अलावा उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी मंत्रीगण मुख्यमंत्री बिहार सरकार एवं अपने अधीनस्थ विभागों, कार्य योजनाओं और विकास कार्यों का सोशल मीडिया पर लगातार प्रचार-प्रसार करेंगे ताकि जनता को सरकार की प्रत्येक पहल की सकारात्मक जानकारी प्राप्त हो सके।
भाजपा का कटाक्ष : भाजपा की बिहार इकाई के प्रवक्ता निखिल आनंद ने इस पर कटाक्ष करते हुए एक वक्तव्य में कहा कि पटकथा अच्छी तरह से लिखी गई है। लेकिन पढ़ने-समझने वाला कौन है? बहरहाल, बिहार के हित में हम मंत्रियों से अपील करते हैं कि तेजस्वी भाई की सलाह पर ध्यान दें।