अयोध्या में 'मिड डे मील' में परोसा नमक-चावल, DM ने प्रिंसीपल को किया निलंबित
अयोध्या। जनपद के बीकापुर तहसील अंतर्गत बैती कला न्याय पंचायत के एक परिषदीय प्राथमिक विद्यालय डीहवा पांडेय का पुरवा गांव में मंगलवार सुबह मिड डे मील के भोजन में बच्चों को नमक और चावल दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिसका किसी समाजसेवी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
इस मामले की जानकारी जिलाधिकारी को जैसे ही हुई उन्होंने परिषदीय प्राथमिक विद्यालय डीहवा पांडेय का पुरवा में बच्चों को मध्यान्ह भोजन योजना के तहत भोजन को मानक के अनुसार नहीं दिया जाता है की प्राप्त शिकायत पर संज्ञान लेते हुए संबंधित परिषदीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका एकता यादव को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए सम्बन्धित शिकायत की जांच करने के निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए हैं।
जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी प्राथमिक विद्यालयों से मध्यान्ह भोजन वितरण की रिपोर्ट प्राप्त करें तथा समय-समय पर विद्यालयों का औचक निरीक्षण भी कराया जाए। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में स्कूली बच्चों को टाट पट्टी व किताबों का वितरण सुनिश्चित किया जाए तथा यह भी देखा जाए कि जिन विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन का मानक के अनुसार वितरण नहीं किया जा रहा है उन पर तत्काल कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
वहीं ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि यहां तैनात प्रधानाध्यापिका अक्सर विद्यालय नहीं आती हैं। विद्यालय में करीब 50 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। गांव निवासी बृजेश मिश्र, अरविंद कुमार मिश्रा आदि ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि मंगलवार को सुबह मध्यान भोजन में बच्चों को सादा चावल और नमक दिया गया।
गांव के पास विद्यालय होने के कारण कई बच्चे भोजन लेकर घर चले जाते हैं और भोजन करके फिर वापस विद्यालय आते हैं। नमक-चावल होने से जब कई बच्चों द्वारा घर पर अभिभावकों को बताया गया और भोजन करने से इनकार कर दिया गया तो गांव के कई पुरुष और महिलाएं विद्यालय पहुंच गईं तथा नाराजगी जाहिर करते हुए आक्रोश जताया।
आक्रोश व्यक्त करने वालों में सत्यनारायण, विवेक कुमार, बृजेश मिश्रा, अरविंद कुमार मिश्रा, आशा देवी, रोली आदि ग्रामीण शामिल रहे। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच करके कार्रवाई की जाएगी। सरकार के द्वारा सभी प्राथमिक विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन के अंतर्गत बच्चों को नि:शुल्क पौष्टिक आहार (भोजन) दिया जाए, जिसका मीनू भी सभी विद्यालयों में जारी किया गया है। उसके बाद भी इस प्रकार की अनियमितताएं अक्सर देखी जा रही हैं।