पीएम ने ली धामी से फोन पर उत्तराखंड में आई आपदा से हुए नुकसान की जानकारी
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन कर राज्य के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत व बचाव एवं निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को राज्य में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों के बारे में अवगत कराते हुए आपदा प्रभावितों को दी जा रही आर्थिक सहायता एवं पुनर्वास के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उत्तराखंड में बीते 17, 18 और 19 अक्टूबर को भारी बारिश से हुआ नुकसान धीरे-धीरे सामने आ रहा है।
80 लोगों को जान गंवानी पड़ी: अब तक आपदा में 80 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। आपदा से हुए नुकसान से उबरने के लिए शासन-प्रशासन लगातार राहत बचाव कार्य में जुटा हुआ है। आसमान से टूटे कहर के बाद प्रदेश में किस तरह के हालात हैं, इसका आपदा प्रबंधन के आंकड़े तस्दीक कर रहे हैं। सरकार के अधिकारियों का आकलन है कि इस आपदा से राज्य को लगभग 6,000 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचा है। अकेले नैनीताल जिले में अब तक आपदा के चलते 35 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
उत्तराखंड पुलिस के अनुसार अब तक आपदा से प्रभावित 48,211 लोगों को इवेक्यू कराया गया तो कुल 99,926 लोगों को अब तक रेस्क्यू किया गया जबकि 33 घायलों को भी विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया है। लगभग 65 हजार लोग आपदा में फंसे थे। अब भी 14 लोग विभिन्न जिलों में लापता हैं। आपदा से 389 मकान ध्वस्त हो गए हैं तथा 83 ग्रामीण और 12 शहरी मार्ग अब भी ध्वस्त हैं। रविवार को गुंजी क्षेत्र से 65 लोगों का रेस्क्यू वायुसेना के हेलीकॉप्टर से किया गया है।
इसके अलावा दारमा घाटी से भी 20 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। पिछले कई दिनों से फंसे पर्यटक और स्थानीय लोगों का रेस्क्यू अभियान लगातार चौथे दिन भी जारी रहा। रविवार को 85 लोग रेस्क्यू कर धारचूला हेलीपैड पहुंचाए गए। रेस्क्यू हुए 85 लोगों में से 43 पर्यटक हैं जबकि 42 लोग स्थानीय व सेना के जवान हैं। अब तक हिमालय क्षेत्र में फंसे कुल 198 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। दारमा घाटी में फंसे ज्यादातर सैलानी पंचाचूली के दर्शनों के लिए गए हुए थे।