मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद एक्शन में पुलिस, इंटरनेट बंद, 22 गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार, रघुनाथगंज और सुती पुलिस थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। जिले के सभी संवेदनशील इलाकों खासकर जंगीपुर शहर और उसके आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि जंगीपुर और आसपास के इलाकों में मंगलवार दोपहर को बड़ी संख्या में लोग इस कानून को वापस लेने की मांग करने के लिए एकत्र हुए थे। किसी भी गलत सूचना के प्रसार को रोकने के मकसद से जंगीपुर क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं निलंबित रखी गईं।
वक्फ विधेयक के विरोध में जंगीपुर इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-12 पर मंगलवार दोपहर को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी एकत्र हुए और उन्होंने इलाके में तैनात पुलिस बल पर पथराव किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस के कुछ वाहनों को आग लगा दी गई जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। पथराव में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने घटना के सिलसिले में 22 लोगों को हिरासत में भी लिया है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने घटना की निंदा की और कहा कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने के प्रयास करने वालों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए। बोस ने सरकार को हिंसा रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करने और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
विपक्षी भाजपा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शासन में राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा रही है और वह अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण में व्यस्त हैं। बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि कभी श्यामा प्रसाद मुखर्जी के समय में सुरक्षित रहे पश्चिम बंगाल में अब ममता बनर्जी के शासन में खून बह रहा है।
उल्लेखनीय है कि संसद ने पिछले हफ्ते वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित किया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रस्तावित कानून को शनिवार को अपनी मंजूरी दे दी थी। मंगलवार को यह कानून देश में लागू भी हो गया।
edited by : Nrapendra Gupta