कोच्चि जल मेट्रो में दूसरे दिन की 7,000 से अधिक लोगों ने सवारी, मोदी ने किया था लोकार्पण
- कोच्चि जल मेट्रो 7,000 लोगों ने सवारी की
-
नरेन्द्र मोदी ने लोकार्पण किया था
-
20 और 30 रुपए है टिकट दर
Kochi Water Metro: कोच्चि। देश की पहली और केरल की महत्वाकांक्षी कोच्चि जल मेट्रो के संचालन के दूसरे दिन यहां उसके 2 चालू मार्गों पर 7,000 से अधिक यात्रियों ने गुरुवार को सवारी की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने 25 अप्रैल को इस मेट्रो सेवा (metro service) का लोकार्पण किया था।
कोच्चि जल मेट्रो सेवा का व्यावसायिक संचालन केरल उच्च न्यायालय से वाइपिन तक के एकल मार्ग पर बुधवार को शुरू हुआ था और उस दिन 6,559 लोगों ने इससे यात्रा की थी। दूसरे दिन वायटिला से कक्कनाड तक दूसरे मार्ग पर भी इसका संचालन शुरू किया गया।
कोच्चि जल मेट्रो लिमिटेड (केडब्ल्यूएमएल) ने एक बयान में बताया कि दोनों मार्गों पर दूसरे दिन कुल यात्रियों की संख्या 7,039 रही। बयान में वायटिला से कक्कनाड मार्ग पर यात्रा करने वाले 'इंफोपार्क' के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुशांत कुरुंथिल के हवाले से बताया गया कि कर्मचारी अंतिम गंतव्य तक संपर्क की सुविधा मुहैया होने के मद्देनजर अब काम पर जाने के लिए जल मेट्रो को प्राथमिकता दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि वे जल मेट्रो की आरामदायक सवारी करते हुए प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं और तरोताजा दिमाग के साथ अपने कार्यस्थल तक पहुंच सकते हैं। केडब्ल्यूएमएल ने कहा कि कक्कनाड जल मेट्रो टर्मिनल से इन्फोपार्क तक फीडर ऑटो और केरल राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) फीडर बसों की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
वायटिला-कक्कनाड मार्ग पर टिकट की कीमत 30 रुपए है जबकि उच्च न्यायालय-वाइपिन मार्ग पर यह 20 रुपए है। बंदरगाह शहर कोच्चि में 1,136.83 करोड़ रुपए की लागत वाली यह परियोजना 78 इलेक्ट्रिक नौकाओं और 38 टर्मिनल का उपयोग करके 10 द्वीपों को जोड़ेगी।
पर्यावरण के अनुकूल नौकाएं 8 से 10 समुद्री मील की गति से प्रस्तावित 76 किलोमीटर लंबे मार्गों पर यात्रा करेंगी। प्रत्येक नौका में 100 लोग यात्रा कर सकते हैं। इन नौकाओं ने 2022 में 'गुसीज इंटरनेशनल इलेक्ट्रिक बोट' पुरस्कार भी जीता था। मेट्रो अधिकारियों ने कहा कि इन नौकाओं को सबसे उन्नत और सबसे सुरक्षित बैटरी तकनीक से लैस किया गया है, जो 15 से 20 मिनट में सुपरचार्ज करने में सक्षम है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta