Haryana Nuh Violence : हरियाणा में हिंसा के बाद अब खट्टर सरकार सवालों के घेरे में है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को कहा कि राज्य में सांप्रदायिक हिंसा में 2 होम गार्ड समेत 6 लोग मारे गए और इन मामलों में 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच खट्टर ने कहा कि सरकार हर आदमी को सुरक्षा नहीं दे सकती। राज्य में कई जगह पर अभी भी इंटरनेट पर पाबंदी है।
116 लोग हुए गिरफ्तार : मुख्यमंत्री ने बताया कि नूंह में झड़प के बाद अन्य स्थानों पर हुई हिंसा की घटनाओं पर काबू पा लिया गया है और स्थिति अब सामान्य है। मुख्यमंत्री ने बताया कि घायलों को नूंह के नलहड़ और गुरुग्राम के मेदांता सहित विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हिंसा की घटनाओं में 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
स्पेशल टीमें करेंगी जांच : उन्होंने कहा कि आगे की पूछताछ के लिए पकड़े गए आरोपियों को रिमांड पर लिया जाएगा। पुलिस के मुताबिक, हिंसा से जुड़े सभी मामलों की गहन जांच के लिए विशेष जांच टीमें गठित की जाएंगी।
की जा रही है साजिशकर्ताओं की पहचान : एक बयान में खट्टर ने कहा कि अब तक की जानकारी के अनुसार, छह लोगों की मौत हुई है, जिनमें से दो होम गार्ड और चार आम नागरिक शामिल हैं। साथ ही कई लोग घायल हैं। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ताओं की पहचान की जा रही है, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। खट्टर ने कहा कि आम लोगों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।
क्या बोले गृह मंत्री : अम्बाला जिले में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर नूंह को आठ हिस्सों में बांटकर निगरानी रखी जा रही है। प्रत्येक में एक-एक आईपीएस अधिकारी की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि हिंसा के सिलसिले में एफआईआर दर्ज की जा रही हैं।
सोशल मीडिया पर भी पड़ताल : विज ने कहा कि हम विभिन्न सोशल मीडिया पोस्ट भी देख रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब तक 41 एफआईआर दर्ज की गई हैं। कुछ मामले रेवाड़ी और गुरुग्राम में भी दर्ज किए गए हैं।
20 कंपनियां तैनात : मुख्यमंत्री खट्टर ने नूंह में हिंसा को दुखद बताया और लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि राज्य में हरियाणा पुलिस के जवानों के अलावा केंद्रीय सुरक्षा बलों की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं। इनमें तीन पलवल, दो गुरुग्राम, एक फरीदाबाद और 14 नूंह में तैनात हैं।
हर किसी को प्रदर्शन का अधिकार : हरियाणा हिंसा के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी और कुछ अन्य स्थानों पर विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन करने के सवाल पर विज ने कहा कि हर किसी को अपनी बात कहने का अधिकार है। आप जानते हैं, हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है और यह प्रकृति का नियम है, लेकिन मैं सभी को कहना चाहता हूं कि यह (विरोध) शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए।
हर साल निकलती है यात्रा : हिंसा के पीछे के साजिशकर्ताओं के बारे में सवाल पूछने पर विज ने कहा कि एक बात स्पष्ट है कि किसी न किसी ने नूंह हिंसा की साजिश रची थी। यह अचानक से अपने आप हुआ हमला नहीं हो सकता है क्योंकि यात्रा (बृज मंडल जलाभिषेक) हर साल निकाली जाती है।
उन्होंने कहा कि किसी ने लोगों को इकट्ठा किया, कई जगहों पर पहले से ही पत्थर एकत्र किए गए, गोलियां चलाई गईं और हथियारों का इस्तेमाल किया गया।
मोनू मानेसर की भूमिका पर सवाल : मोनू मानेसर के वीडियो के बारे में विज ने कहा कि मैंने वह वीडियो देखा है, वह कहीं भी लोगों को दंगे के लिए नहीं उकसा रहा है, वह लोगों को यात्रा में शामिल होने के लिए कह रहा है।
मोनू मानेसर ने वीडियो जारी कर नूंह में बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा में शामिल होने की बात कही थी। गौ रक्षक मोनू मानेसर पर राजस्थान पुलिस द्वारा दो मुस्लिम लोगों की हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था।
विज ने लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील की और नफरत या गलत सूचना फैलाने वालों को चेतावनी दी। भाषा Edited By : Sudhir Sharma