त्रिशूर पूरम विवाद : CM पिनराई ने दिया जांच का आश्वासन, विवादों से उत्सव की चमक हुई फीकी
Thrissur Pooram controversy : केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को कहा कि मंदिर प्रबंधन और हाल ही में आयोजित त्रिशूर पूरम उत्सव में शामिल होने वाले लोगों द्वारा की गई शिकायतों की गंभीरता के साथ जांच की जाएगी।
त्रिशूर में प्रसिद्ध वडक्कुनाथन मंदिर के विशाल मैदान में हजारों लोग शुक्रवार को भव्य त्रिशूर पूरम उत्सव में शामिल हुए। हालांकि पुलिस द्वारा लगाए गए कथित प्रतिबंधों और अनुष्ठानों में उसके कथित हस्तक्षेप के कारण पैदा हुए विवादों ने इस प्रतिष्ठित मंदिर उत्सव की चमक कम कर दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के दौरान सरकारी तंत्र की हस्तक्षेप की सीमाएं हैं, लेकिन उन्होंने इस मामले की राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से जांच कराने का वादा भी किया। विजयन ने कहा, इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए कि पूरम उत्सव वाले दिन क्या हुआ था। देवस्वओम अधिकारियों द्वारा एक शिकायत भेजी गई है।
पुलिस महानिदेशक को इन घटनाओं की जांच करने और इस बारे में एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उत्सव के इतिहास में पहली बार कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षणों में से एक आतिशबाजी का प्रदर्शन दिन में हुआ। शनिवार को दिन के उजाले में आतिशबाजी की वजह से इसको लेकर लोगों में कोई उत्साह नहीं दिखा।
पूरम उत्सव के समापन के बाद उत्सव में जुटी भीड़ को संभालने को लेकर तिरुवंबडी और परमेक्कावु देवस्वओम के अधिकारियों और पुलिस के बीच विवाद पैदा हो गया। तिरुवंबडी और परमेक्कावु देवस्वओम त्रिशूर पूरम उत्सव के मुख्य आयोजक हैं।
पुलिस के साथ बहस के बाद, तिरुवंबडी देवस्वओम ने उत्सव की शोभायात्रा को रद्द कर दिया और पारंपरिक अनुष्ठानों को सादे तरीके से आयोजित किया। आतिशबाजी का प्रदर्शन तड़के तीन बजे शुरू होने वाला था लेकिन इसका आयोजन सुबह सात बजे के बाद हुआ। शुक्रवार रात को आतिशबाजी देखने के लिए राज्यभर से आए लोगों ने इसे स्थगित किए जाने का कड़ा विरोध किया।
पूरम उत्सव में पुलिस के कथित हस्तक्षेप और आतिशबाजी के प्रदर्शन में देरी के कारण राज्य में राजनीतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और विपक्षी कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे पर राज्य की वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ) सरकार की आलोचना की है।
विजयन ने कहा कि सरकार और मंदिर प्रबंधन के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं और उन्होंने उनसे शुक्रवार को पूरम उत्सव में शामिल होने का अनुरोध भी किया था, लेकिन चुनाव प्रचार कार्यक्रम के कारण वह शामिल नहीं हो सके। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour