Baba Siddiqui murder case : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में कथित मुख्य शूटर शिवकुमार के साथ पकड़े गए तीन आरोपियों के खिलाफ यहां एक नाबालिग किशोरी से छेड़छाड़ के आरोप में पहले से एक मुकदमा दर्ज है। मुंबई की अदालत ने मुख्य शूटर शिवकुमार और 4 अन्य आरोपियों को 19 नवंबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पुलिस की एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। मुंबई में बांद्रा इलाके के खेर नगर में 12 अक्टूबर को बेटे एवं विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन लोगों ने बाबा सिद्दीकी (66) को गोली मार दी थी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उप्र पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था व एसटीएफ) अमिताभ यश ने रविवार को बताया था कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के मुख्य शूटर शिवकुमार उर्फ शिवा को उसके चार अन्य साथियों के साथ जनपद बहराइच से गिरफ्तार किया गया, जो नेपाल भागने की फिराक में था।
एडीजी यश ने बताया कि शिवकुमार को शरण देने व नेपाल भागने में मदद करने के आरोप में उसके कैसरगंज थाना क्षेत्र के गंडारा गांव के ही निवासी अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव व अखिलेंद्र प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है।
सोमवार को बहराइच की पुलिस अधीक्षक (एसपी) वृंदा शुक्ल ने कहा, बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में पकड़े गए जिले के गंडारा गांव के निवासी पांचों आरोपियों के आपराधिक इतिहास की पड़ताल के दौरान मुख्य आरोपी शिव कुमार उर्फ शिवा व उसके साथी अनुराग कश्यप का तो अभी तक बहराइच में कोई अपराधिक इतिहास नहीं मिला है।
एसपी ने बताया कि एसटीएफ और मुंबई पुलिस द्वारा रविवार को पकड़े गए तीन अन्य आरोपी अखिलेन्द्र प्रताप सिंह, आकाश श्रीवास्तव व ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी के विरुद्ध इसी वर्ष मोहर्रम में ताजिया जुलूस के दौरान एक नाबालिग से छेड़छाड़ के लिए पॉक्सो अधिनियम की धाराओं में एक मुकदमा दर्ज किया गया था। हालांकि बाद में यह भी पता चला कि इनका दूसरे पक्ष के साथ कुछ जमीनी विवाद था। उस मामले की जांच जारी है।
मामले में गिरफ्तार एक आरोपी आकाश श्रीवास्तव के बड़े भाई विशाल श्रीवास्तव ने कहा, हमें कुछ मालूम नहीं है, हम सिर्फ इतना जानते हैं कि गांव के निवासी अनुराग कश्यप इन सबको अपने साथ ले गया था, हमारा भाई निर्दोष है, इस मामले में उसका हाथ नहीं है, उसे फंसाया जा रहा है।
गिरफ्तार अभियुक्त ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी के पिता प्रदीप त्रिपाठी ने भी अपने पुत्र को निर्दोष बताते हुए कहा, गांव के दो लड़के पास में रहते थे, उन्होंने वहां (महाराष्ट्र में) कुछ उल्टा सीधा किया। हमारे बेटे ने कुछ भी नहीं किया, लेकिन साथी तो थे ही। बेटा मोबाइल की दुकान पर काम करता है, परसों गोंडा जाने की बात कहकर गया था, रात में पता चला कि पुलिस ले गई है।
इस बीच एसटीएफ ने एक बयान जारी कर दावा किया कि गिरफ्तार अभियुक्त शिवकुमार ने पूछताछ के दौरान कहा, मैं और धर्मराज कश्यप एक ही गांव के रहने वाले हैं। पूना में मैं कबाड़ का काम करता था। मेरी व शुभम लोनकर की कबाड़ की दुकानें एक-दूसरे से सटी हुई थीं।
बयान के मुताबिक शिवकुमार ने कहा, शुभम लोनकर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता है। उसने स्नैप चैट के माध्यम से कई बार मेरी बात लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई से कराई थी। बयान के अनुसार पूछताछ में शिवकुमार ने कहा, बाबा सिद्दीकी की हत्या के बदले में मुझे यह बताया गया था कि हत्या के बाद दस लाख रुपए मिलेंगे तथा हर महीने कुछ न कुछ मिलता ही रहेगा।
आरोपी ने एसटीएफ से यह भी कहा, हम लोग मुंबई में बाबा सिद्दीकी की कई दिन से रैकी कर रहे थे और 12 अक्टूबर की रात को सही समय मिलने पर हम लोगों ने बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में गंडारा के निवासी धर्मराज कश्यप को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। रविवार को उसका भाई अनुराग गिरफ्तार कर लिया गया।
इन दोनों के पिता राधे कश्यप ने कहा, चार-पांच दिन पहले अनुराग यहीं था, हमें तो यही पता था कि किसी सेठ के साथ कपड़ा लेने गए हैं, वापस आएंगे, मेहनत करके कपड़ा बेचकर कुछ कमाई करेंगे तो हमें भी दस पैसे मिल जाएंगे। सुबह पता चला कि अनुराग गिरफ्तार हो गया। मुख्य आरोपी शिवा की मां सुमन ने रोते हुए कहा, मेरी तबीयत खराब थी, सुबह जब उठी तो मालूम हुआ कि शिवा गिरफ्तार हो गया है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour