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न UPPSC झुकने को तैयार है और न ही प्रतियोगी छात्र, कैसे बनेगी बात?

न UPPSC झुकने को तैयार है और न ही प्रतियोगी छात्र, कैसे बनेगी बात? - Neither UPPSC is ready to bow down nor competitive students, how will things work out
Protest of competitive students in Prayagraj: लोक सेवा आयोग (UPPSC) पीसीएस 2024 (प्रारंभिक) RO/ARO 2023 (प्रारंभिक) परीक्षा दो दिन में सम्पन्न कराए जाने की बात पर डटा हुआ है, वहीं प्रतियोगी छात्र 'वनडे वन शिफ्ट एक्जाम' और नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया खत्म करने की मांग को लेकर लोकसेवा आयोग के बाहर आंदोलन कर रहे हैं।

आक्रोशित छात्रों के विरोध प्रदर्शन का तीसरा दिन है। छात्र लगातार अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए ड्रम पीट रहे हैं। वहीं, पुलिस लोकसेवा आयोग के गेट पर डटे छात्रों को समझा रही है कि वह अपने घर चले जाएं, लेकिन छात्रों ने साफतौर पर कह दिया है कि जब तक उनकी बातें नहीं मानी जाएंगी वह धरने पर बैठे रहेंगे।
 
नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया का विरोध : लोकसेवा आयोग के गेट के बाहर नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया का विरोध कर रहे प्रतियोगी छात्रों ने ऐलान कर दिया है कि वह मांग न माने जाने तक 24 घंटे आयोग के गेट पर बैठे रहेंगे। मंगलवार की अपेक्षा बुधवार सुबह आंदोलनकारी छात्रों की संख्या में कमी आई है, लेकिन दोपहर बाद से छात्रों की संख्या बढ़ गई।

सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने लोक सेवा आयोग की तरफ जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेटिंग करते हुए रास्ता बंद कर दिया हैं। विगत दिवस अराजक तत्वों द्वारा वहां जबदस्त हंगामा के बीच बैरिकेटिंग तोड़ते हुए एक कोचिंग का पोस्टर फाड़ दिया था। इस मामले में पुलिस ने एक्शन लेते हुए दो छात्रों पर नामजद मुकदमा दर्ज करते हुए 11 छात्रों को हिरासत में लिया, जिसके मद्देनजर आज सुरक्षा बड़ा दी गई है।
आयोग के द्वारों पर छात्रों का कब्जा : पिछले दो दिनों से लोकसेवा आयोग के 6 द्वारों पर छात्रों का कब्जा है। जिसके चलते आयोग में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारियों की कार्यालय में आवाजाही रुकी हुई है। प्रयागराज के कमिश्नर तरूण गाबा, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार और आयोग के सचिव अशोक कुमार ने मंगलवार को छात्रों के साथ वार्ता करते हुए समझाया कि RO-ARO पेपर लीक होने के बाद छात्रों से बातचीत के आधार पर ही यह नई परीक्षा गाइडलाइन बनी है और उसी आधार पर दो दिवसीय परीक्षा कराई जा रही है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने वार्ता विफल करते हुए कहा कि एक दिवसीय परीक्षा बहाल हो और नार्मलाइजेशन प्रक्रिया समाप्त नहीं होने तक यही डटे रहेंगे। 
 
सिविल लाइंस क्षेत्र में जाम : बुधवार की सुबह से ही छात्र आयोग के गेट पर नारेबाजी करते नजर आए, वहीं शहर में वीओआईपी लोगों के आने जाने के कारण सिविल लाइंस क्षेत्र में जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए और यातायात बाधित हो गया। यातायात पुलिस ने रूट डायवर्ट करके स्थिति जाम को कंट्रोल किया।
 
आयोग के गेट पर बैठे प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि जब तक आयोग लिखित रूप में नही देगा कि 'वन डे- वन शिफ्ट एग्जाम', तब तक यह आंदोलन समाप्त नहीं होगा। वहीं प्रतियोगी छात्रों द्वारा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत के गुमशुदा होने के पोस्टर लगाए हैं, पोस्टर वार शुरू हो गया है, जिसमें आयोग की बाउंड्री वॉल और सड़क पर भ्रष्ट सेवा आयोग, लूट सेवा आयोग और पेपर लीक आयोग जैसे लिखे नारे लिखे गए हैं। 
 
प्रतियोगी छात्रों पर पुलिस तीसरी आंख यानी ड्रोन से भी नजर रख रही है। पुलिस का मानना है कि आंदोलन की आड़ में कुछ लोग अराजकता फैला सकते हैं। आज सुबह आंदोलन करने वाले छात्रों की संख्या में कुछ कमी आई थी, लेकिन दोपहर के बाद बड़ी संख्या में छात्रों का जमावड़ा आयोग के गेट पर लग गया है, जिसके चलते RAF को भी आयोग के बाहर तैनात किया गया है। प्रदर्शन करने वाले छात्रों को अब समाजवादी छात्र दलों सहित अन्य छात्र संगठनों का समर्थन मिल रहा है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
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