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Last Modified: बुधवार, 12 अक्टूबर 2016 (18:20 IST)

60 घंटों की मशक्कत के बाद ईडीआई आतंकियों से मुक्त

Attack
श्रीनगर। 60 घंटों की मशक्कत के बाद करीब 2000 सैनिकों ने पंपोर स्थित उस ईडीआई विभाग की इमारत को मुक्त करवा लिया है जिसमें छुपे 2 आतंकियों को ढेर करने की खातिर इमारत को गोलाबारी करके खंडहर में तब्दील कर देना पड़ा है। इस साल फरवरी महीने में भी यह इमारत गोलों और रॉकेटों की बरसात को सहन कर चुकी है। उधर, सुरक्षाबलों ने कुपवाड़ा के टंगधार में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकियों के मंसूबे को भी बुधवार को विफल किया है।
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित पंपोर की एक सरकारी इमारत ईडीआई बिल्डिंग में छिपे आतंकियों को मार गिराने के लिए चलाया जा रहा आप्रेशन आज तीसरे दिन 60 घंटों के बाद पूरा हो गया। मेजर जनरल अशोक नरूला ने इसकी पुष्टि की है। इस ऑपरेशन में दो आतंकी मारे गए और दो हथियार भी बरामद हुए। हालांकि तीसरे आतंकी के भाग निकलने की चर्चा है पर उसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई। सुरक्षाबल अब बिल्डिंग में तलाशी अभियान चला रहे हैं। उधर, सुरक्षाबलों ने कुपवाड़ा के टंगधार में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकियों के मंसूबे को भी आज विफल किया है। 
 
ऑपरेशन खत्म होने से पहले सुबह पंपोर मुठभेड़ के संबंध में आज अधिकारियों ने कहा कि 60 घंटे से ज्यादा समय से चले अभियान में मारे गए दो आतंकियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। सुरक्षा बल उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआई) की उस इमारत में सोमवार से छिपे हुए आतंकियों पर जवाबी कार्रवाई कर रहे थे। सुरक्षाबलों ने इमारत के एक हिस्से में प्रवेश करने के बाद सावधानी के साथ आगे बढ़े थे क्योंकि एक और आतंकी के अंदर छिपे होने की आशंका थी।
 
अधिकारी ने कहा बताया कि पंपोर में अभियान अब समाप्त हो गया है। अभियान को खत्म करने में 60 घंटों का समय लगा था। और कंक्रीट से बनी इस इमारत की दीवारें राकेटों, आईईडी तथा ग्रेनेड लांचरों से उड़ाए जाने के बाद इसके अधिकतर हिस्से अब कंकाल की शक्ल ले चुके हैं। अधिकारी ने कहा कि आतंकियों पर काबू पाने के लिए आधुनिक पैरा कमांडो भी बुलाए गए थे। सोमवार को सुबह दो से तीन आतंकी ईडीआई परिसर में घुस गए थे और फिर उन्होंने एक इमारत के अंदर मोर्चा खोल लिया था।
 
दावा यही किया गया था कि आतंकी जेहलम नदी के रास्ते से परिसर में घुसे थे। परिसर में घुसने के बाद आतंकियों ने पुलिस और सुरक्षाबलों का ध्यान आकर्षित करने के लिए छात्रावास के एक कमरे में कई गद्दों में आग लगा दी थी। सुरक्षाबल और पुलिस इमारत से धुंआ निकलते देख कुछ ही मिनट में वहां पहुंच गए थे।
 
अधिकारियों ने कहा कि शुरुआती गोलीबारी में सेना का एक जवान और पुलिस का एक अधिकारी घायल हो गए थे। याद रहे आतंकियों ने इस साल फरवरी में भी ईडीआई की इसी इमारत को निशाना बनाया था। तब 48 घंटे तक चले अभियान में सेना के दो युवा अधिकारियों समेत सुरक्षाबल के पांच सदस्य, संस्थान का एक कर्मचारी और तीन आतंकी मारे गए थे।
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