गुजरात में मिला HMPV का पहला केस, 2 माह का शिशु संक्रमित, सरकार ने कहा- लोग घबराएं नहीं
HMPV infection case : गुजरात में अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती 2 महीने के एक नवजात शिशु के ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया था और अब उसकी हालत स्थिर है। मरीज को पृथकवास में रखा गया है। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संभावित संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर ली है। एचएमपीवी का पहले से ही भारत सहित दुनिया में प्रसार है और विभिन्न देशों में इससे संबंधित श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले सामने आए हैं।
एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संभावित संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर ली है। अधिकारी ने बताया कि राजस्थान के डूंगरपुर के रहने वाले शिशु को श्वसन संक्रमण के लक्षणों की वजह से 24 दिसंबर को चांदखेड़ा स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अहमदाबाद नगर निगम के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी भाविन सोलंकी ने बताया कि जांच रिपोर्ट में उसके एचएमपीवी से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। सोलंकी ने कहा, मरीज के एचएमपीवी (संक्रमण) से संक्रमित होने की पुष्टि 26 दिसंबर को हो गई थी, लेकिन हमें इसकी आज जानकारी मिली क्योंकि निजी अस्पताल ने हमें इसकी सूचना देर से दी।
अधिकारी ने बताया कि मरीज को पृथकवास में रखा गया है। सोलंकी ने बताया कि इससे पहले बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया था और अब उसकी हालत स्थिर है। इससे पहले, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कई श्वसन वायरस रोगजनकों के लिए नियमित निगरानी के माध्यम से कर्नाटक में एचएमपीवी के दो मामलों का पता लगाया था।
पटेल ने कहा कि राज्य का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सतर्क है और संभावित संक्रमण से निपटने के लिए तैयारियां और व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। उन्होंने कहा, एहतियाती उपायों के तहत स्वास्थ्य विभाग ने चार जनवरी को एक बैठक की और राज्य के प्रत्येक मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, उप-जिला अस्पतालों के अधीक्षकों को इस वायरस के संक्रमण से संबंधित मामलों पर पूरा ध्यान देने का निर्देश दिया।
मंत्री ने कहा कि विभिन्न सरकारी अस्पतालों में एचएमपीवी की जांच की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने लोगों से कहा कि वे घबराएं नहीं, बल्कि वायरस से संक्रमण के लक्षणों को समझें और उसके अनुसार कदम उठाएं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेखांकित किया कि एचएमपीवी का पहले से ही भारत सहित दुनिया में प्रसार है और विभिन्न देशों में इससे संबंधित श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले सामने आए हैं।
मंत्रालय ने बताया कि इसके अलावा, आईसीएमआर और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के वर्तमान आंकड़ों के आधार पर कहा जा सकता है कि देश में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) या गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour