कर्नाटक में पत्रकारों को दिवाली पर लाखों का 'नकद' गिफ्ट, मुख्यमंत्री बोम्मई घिरे
बेंगलुरु। कर्नाटक में वरिष्ठ पत्रकारों को दिवाली के अवसर पर मिठाई के साथ 1 से 2.50 लाख के नकद उपहार देने के मामले में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई विपक्षी दल कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं।
हालांकि मुख्यमंत्री बोम्मई का दावा है कि वह इस पूरे मामले से अंजान हैं। दूसरी ओर, ट्विटर पर इसको लेकर लोगों ने कड़ी टिप्पणी की है।
मीडियाकर्मियों को मिठाई के डिब्बे में नकद उपहार के देने के मामले में ट्विटर पर मुख्यमंत्री बोम्मई की जमकर खिंचाई की है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पोस्ट में यूजर्स ने पत्रकारों को नकद वापस करने के लिए कहा है। बताया जा रहा है कि विवाद बढ़ने पर कुछ पत्रकारों ने उपहार लौटा दिए हैं। दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उन्हें इस घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है। कहा तो यह भी जा रहा है कि उन्होंने संपादकों को फोन कर माफी भी मांगी है।
जनाधिकार संघर्ष परिषद संगठन ने लोकायुक्त में पत्रकारों को घूस देने की कोशिश करने के आरोप में सीएमओ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस ने इस मामले में सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधा है और इस पूरे मामले की जांच की मांग की है।
रवि नायर ने ट्विटर पर लिखा- कर्नाटक में भाजपा के सीएम बसवराज बोम्मई और उनके कार्यालय ने पत्रकारों को मिठाई के डिब्बों में छिपाकर दीपावली उपहार के रूप में 1 से 2.5 लाख रुपए के बीच रिश्वत देने की कोशिश की। कई पत्रकारों ने इसकी पुष्टि की है। एक मौजूदा मुख्यमंत्री दिवाली उपहार के रूप में पत्रकारों को नकद भुगतान क्यों करेगा?
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने लिखा- उम्मीद है कि भाजपा सरकार को यह अहसास होगा कि हर आदमी बिकाऊ नहीं होता। एक अन्य ट्वीट में सुरजेवाला ने लिखा- क्या यह सीएम द्वारा दी जा रही 'रिश्वत' नहीं है? उन्होंने सवाल किया कि क्या ईडी और आईटी डिपार्टमेंट इस ओर ध्यान देंगे? वहीं, संगीता ने लिखा- मीडिया को खरीदना भाजपा की परंपरा है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala