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Written By WD Feature Desk
Last Modified: मंगलवार, 14 जनवरी 2025 (14:21 IST)

महाकुंभ में आकर्षण का केंद्र बने हैं ऑक्सीजन बाबा, मास्क लगा करते हैं भोलेनाथ का जप

महाकुंभ में आकर्षण का केंद्र बने हैं ऑक्सीजन बाबा, मास्क लगा करते हैं भोलेनाथ का जप - Oxygen Baba in Maha Kumbh 2025
Oxygen Baba in Maha Kumbh 2025: मकर संक्रांति का पर्व भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व पर लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंचते हैं। इसी पर्व पर प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में एक ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है जो हर किसी को भावुक कर रहा है। आवाहन अखाड़े के श्री महंत इंद्र गिरि जी ऑक्सीजन सिलेंडर से जुड़े हुए भी भगवान भोलेनाथ का जप कर रहे हैं। इस लेख में जानिए महंत इंद्र गिरि की प्रेरणादायी कहानी।

कोरोना ने छीनी थी सांसें, लेकिन नहीं छीनी आस्था
चार साल पहले कोरोना महामारी के दौरान महंत इंद्र गिरि जी भी संक्रमित हो गए थे। इस बीमारी ने उनके फेफड़ों को काफी नुकसान पहुंचाया था। डॉक्टरों ने उन्हें बताया था कि अब उन्हें जिंदा रहने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर का सहारा लेना होगा। लेकिन इस बीमारी ने उनकी आस्था को कम नहीं किया।

हजार किलोमीटर का सफर तय कर पहुंचे महाकुंभ
डॉक्टरों की सलाह के बावजूद महंत इंद्र गिरि जी हजार किलोमीटर का सफर तय करके महाकुंभ में पहुंचे। ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ वे महाकुंभ में भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने आए हैं।

ऑक्सीजन वाले बाबा
महाकुंभ में लोग इन्हें ऑक्सीजन वाले बाबा के नाम से भी पुकारते हैं। नाक पर ऑक्सीजन का मास्क लगाए हुए भी वे भगवान भोलेनाथ के जप में लीन रहते हैं।

गंगा स्नान का जज्बा
महंत इंद्र गिरि जी का कहना है कि वे महाकुंभ में अखाड़े के दूसरे नागा संतो के साथ त्रिवेणी की धारा में शाही स्नान करना चाहते हैं। हालांकि, अपनी सेहत को देखते हुए वे गंगाजल मंगाकर छावनी में ही स्नान कर सकते हैं।

महंत इंद्र गिरि जी की भक्ति और समर्पण सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी कहानी बताती है कि बीमारी भी किसी की आस्था को कमजोर नहीं कर सकती। महंत इंद्र गिरि जी की कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में मुश्किलें आ सकती हैं, लेकिन हमें अपनी आस्था और विश्वास कभी नहीं खोना चाहिए। उनकी भक्ति और समर्पण सभी के लिए प्रेरणादायी है।