Maha Kumbh stampede: न्यायिक जांच आयोग ने शुरू किया अपना काम, 1 महीने में करेंगे जांच पूरी
Maha Kumbh stampede: प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Maha Kumbh) में बुधवार की भोर मौनी अमावस्या के स्नान के लिए उमड़ी भीड़ में मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत की घटना की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित न्यायिक जांच आयोग (Judicial Inquiry Commission) ने गुरुवार को अपना काम शुरू कर दिया। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि महाकुंभ हादसे की जांच के लिए गठित 3 सदस्य न्यायिक आयोग ने अपने गठन की अगले ही दिन काम शुरू कर दिया है। आयोग के तीनों सदस्य आज लखनऊ के जनपथ स्थित अपने कार्यालय पहुंचे।
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यह पूछे जाने पर कि क्या आयोग के सभी 3 सदस्य घटना के अलग-अलग पहलुओं की जांच करेंगे या उनका समन्वय होगा, न्यायमूर्ति कुमार ने कहा कि हम इन पर आपस में चर्चा करेंगे। अभी विस्तार से नहीं बता सकते। सूत्रों के मुताबिक मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार प्रयागराज पहुंच चुके हैं।
भगदड़ की घटना में 30 लोगों की मौत तथा 60 अन्य जख्मी हो गए थे : प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार की भोर मौनी अमावस्या के स्नान के लिए उमड़ी भीड़ में मची भगदड़ की घटना में 30 लोगों की मौत हो गई थी तथा 60 अन्य जख्मी हो गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया था।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति हर्ष कुमार की अध्यक्षता वाले इस आयोग में सेवानिवृत्त आईएएस अफसर डी.के. सिंह और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी वी.के. गुप्ता भी शामिल हैं। आयोग को अपने गठन के एक महीने के अंदर मामले की जांच रिपोर्ट देनी होगी। इस सिलसिले में जारी अधिसूचना के मुताबिक आयोग भगदड़ के कारणों और परिस्थितियों की जांच करेगा। साथ ही भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के सिलसिले में सुझाव भी देगा।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta