Nikki Haley: कौन हैं निक्की हेली, 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए पेश किया है दावा
रिपब्लिकन निक्की हेली ने 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में अपनी उम्मीदवारी के लिए दावेदारी की औपचारिक घोषणा कर दी है। इसके साथ ही, उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुकाबले खुद को एक युवा और नए विकल्प के रूप में पेश किया है। उन्होंने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के एक वीडियो के माध्यम से अपनी दावेदारी पेश की है।
उनकी इस औपचारिक घोषणा का यह मतलब है कि वह उम्मीदवारी हासिल करने के लिए ट्रंप (76) के खिलाफ प्रतिस्पर्धा में शामिल होने वाली पहली दावेदार होंगी। उल्लेखनीय है कि हेली और ट्रंप, दोनों रिपब्लिकन पार्टी से हैं।
राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया में शामिल होने से पहले हेली को रिपब्लिकन पार्टी की प्रेसीडेंशियल प्राइमरी में जीत हासिल करनी होगी, जो अगले साल जनवरी में होगा। यदि निक्की अपनी पार्टी में चुनाव जीतती हैं, तो संभवत: उनका मुकाबला कमला हैरिस से हो सकता है, जो वर्तमान में अमेरिका की उपराष्ट्रपति हैं। ये दोनों ही नेता भारतवंशी हैं।
कौन हैं निक्की हेली : 51 वर्षीय निमरत कौर उर्फ निक्की रंधावा का जन्म साउथ कैरोलिना (अमेरिका) में भारतीय आप्रवासी पिता अजित सिंह एवं माता राज कौर रंधावा के यहां 1972 में हुआ। उनके माता-पिता मूल रूप से पंजाब के अमृतसर के रहने वाले हैं। उन्होंने क्लेमसन यूनिवर्सिटी से अकाउंटिंग में स्नातक डिग्री हासिल की। 1996 में अमेरिका के माइकल से शादी की एवं बाद में ईसाई धर्म अपना लिया। उनकी एक बेटी रेना और एक बेटा नलिन है। उनका राजनीतिक सफर 2004 में शुरू हुआ, जब वे डिस्ट्रिक्ट 87 लैक्सिंगटन काउंटी का प्रतिनिधित्व करने के लिए साउथ कैरोलिना हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स के चुनाव में उतरी थीं।
सबसे कम उम्र की गवर्नर : निक्की 2011 से 2017 तक साउथ कैरोलिना की 116वीं गवर्नर रहीं। वे अमेरिका में सबसे कम उम्र (38 साल) में गवर्नर बनीं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें जनवरी 2017 से दिसंबर 2018 तक अमेरिका का 29वां यूनाइटेड नेशंस का एंबेसडर नियुक्त किया। 2017 में वे प्रेसीडेंशियल कैबिनेट की पहली इंडियन-अमेरिकन सदस्य बनीं। 2018 में उन्होंने स्वेच्छा से एंबेसडर का पद छोड़ दिया। हेली ने 28 सितंबर, 2014 में न्यूयॉर्क में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी।
निक्की की नीतियां : निक्की ने एक ऐसा एजुकेशन प्लान तैयार किया था, जिससे टीचर्स की सैलरी केवल सीनियरिटी के आधार पर तय नहीं होगी, बल्कि स्टूडेंट्स, पेरेंट्स और प्रिंसिपल की रिपोर्ट पर निर्भर करेगी। खुद एक इमिग्रेंट होने के बावजूद उन्होंने ऐसे कानून के समर्थन में अपना वोट दिया था, जिसमें नियोक्ताओं को यह साबित करना होता है कि नए कर्मचारी अमेरिका का लीगल रेसिडेंट्स हैं। 2016 में उन्होंने नए कानून को भी री-साइन किया जो महिलाओं को उनके 20वें हफ्ते की प्रैग्नेंसी में गर्भपात करने की अनुमति नहीं देता है।
युवा लीडरशिप की पैरोकार : निक्की हेली ने एक इंटरव्यू में कहा था कि न सिर्फ रिपब्लिकन पार्टी बल्कि देश को भी अब युवा लीडरशिप की जरूरत है। वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन 80 साल के हैं, जबकि डोनाल्ड ट्रंप 76 वर्ष के हो चुके हैं। यदि निक्की राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वे अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी। साथ ही ऐसी पहली भारतवंशी होंगी जो इस महत्वपूर्ण पद पर पहुंचेंगी। (फोटो : ट्विटर)